जयपुर,देश में गौ हत्या को लेकर आए दिन बवाल होता रहता हैं बावजूद इसके देश के कुछ राज्यों में गौ तस्करी लगातार जारी है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह मोटी कमाई का लालच है। इसी लालच के कारण राजस्थान से हरियाणा में प्रतिदिन लगभग 200 गायों की तस्करी हो रही है। गौ-तस्कर को एक गाय की तस्करी के बदले 20 से 25 हजार रुपये मिल जाते हैं और तस्करी के लिए पूरी योजना के रुप में की जाती है। ये बातें राजस्थान पुलिस की जांच में सामने आई हैं। यह भी सामने आया है कि देश में गौमांस को विदेशों में निर्यात करने वाली 22 कंपनियां हैं। इन कंपनियों के एजेंट हरियाणा,राजस्थान में सक्रिय हैं। जो मेव समाज के युवाओं को गौ-तस्करी में शामिल करते हैं।
राज्य में इस वर्ष गौ-तस्करी के 150 मामले दर्ज हुए,इनमें सबसे अधिक 83 मामले केवल अलवर जिले में दर्ज हुए हैं। 100 लोगों को गिरफ्तार कर 500 से अधिक गायों को मुक्त कराया गया। पुलिस की जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार हुए अधिकांश तस्कर हरियाणा के नूह मेवात क्षेत्र के हैं। इतना ही नहीं पुलिस और गौ-तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ में इस वर्ष मेव समाज के तीन लोग मारे गए,वहीं करीब दो दर्जन अधिक घायल हुए।
राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि गौ-तस्करी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए हरियाणा से सटे राजस्थान के इलाकों में छह गौरक्षा चौकियां बनाकर पेट्रोलिंग बढ़ाई दी गई है। गौ-तस्कर आवारा गायों के साथ ही दूध देना बंद करने वाली गायों की तस्करी कर हरियाणा और उत्तरप्रदेश ले जाते हैं। अधिकांश तस्करी हरियाणा के मेवात में हो रही है। तस्करों ने पिछले छह माह में बछड़ों की तस्करी भी बढ़ी है। पुलिस का कहना है कि तस्करी कराने वाली बड़ी कंपनियों के एजेंट मेवात के युवाओं को आत्मरक्षा के लिए हथियार भी उपलब्ध कराते हैं। तस्कर मुठभेड़ के दौरान इन हथियारों का इस्तेमाल करते हैं।