इन्दौर, रजनीश गुरबानी (24.4-8-59-6) की ऐतिहासिक हैट्रिक की बदौल विदर्भ ने रणजी ट्रॉफी के फायनल में दिल्ली की पहली पारी को 295 रनों पर समेटा दिया और दूसरे दिन कप्तान फैज़ फज़ल (67) व वसीम जाफर (61*) के अर्द्धशतकों की बदौल 4 विकेट खोकर 206 रन बनाकर मैच पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली। दूसरे दिन का खेल समाप्ति तक वसीम जाफर 120 गेंद में 61 रन बनाकर खेल रहे थे, जबकि अक्षय वखारे बगैर खाता खोले विकेट पर मौजूद थे। विदर्भ अभी भी पहली पारी में 89 रन से पीछे है।
होलकर स्टेडियम में खेले जा रहे इस मुकाबले में शनिवार को दिल्ली ने अपने कल के स्कोर 6 विकेट पर 271 रन से आगे खेलना शुरू किया। दिल्ली के निचले क्रम के बल्लेबाज गुरबानी का सामना नहीं कर सके और देखते ही देखते उन्होंने सात बार की विजेता दिल्ली को 295 रनों पर समेट दिया। गुरबानी ने विकास मिश्रा (100.5 ओवर), नवदीप सैनी (100.6 ओवर) और इसके बाद उन्होंने कल के शतकवीर ध्रुव शौरी (145) को 103वें ओवर की पहली गेंद पर आउट करके इतिहास रच दिया। दिल्ली ने अपने आखिरी चार विकेट पांच रन के भीतर गंवा दिय। जवाब में विदर्भ ने लंच तक बिना किसी नुकसान के 45 रन बना लिए थे। इस सत्र में शानदार प्रदर्शन करने वाले कप्तान फैज फजल ( 67 ) और संजय रामास्वामी ( 31 ) ने 51 रन की साझेदारी कर अच्छी शुरूआत की, लेकिन आकाश सूदन ने रामास्वामी को आउट करके इस साझेदारी को ब्रेक किया। इसके बाद सूदन ने फजल को आउट करके विदर्भ को दूसरा झटका दिया। फजल ने 101 गेंदों 10 चौंकों की मदद से 67 रन बनाए। दो विकेट लेने के बाद दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज नवदीप सैनी को गेंद सौंपी, जिसका फायदा भी मिला। कर्नाटक के खिलाफ सेमीफाइनल में अर्धशतक जमाने वाले अनुभवी गणेश सतीश ( 12 ) को सैनी ने पगबाधा आउट किया। आखिर में कुलवंत केजरोलिया ने अपूर्व वानखेड़े (28) को विकेट के पीछे पंत के हाथों झिलवाया।