अहमदाबाद,गुजरात में सरकार बनने के केवल तीन दिन बाद ही मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के बीच अनबन की खबर आ रही है। साथ ही वहां के विधायक भी अपनी नाराजगी जताने लगे हैं। लगातार छठी बार गुजरात में सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी की इस सरकार में शीर्ष दो नेताओं के बीच अनबन का सबसे अहम कारण विभागों के बंटवारे को लेकर माना जा रहा है। रूपाणी की अगुवाई में सरकार के शपथ लेने के बाद से तनातनी की खबरें आ रही थीं। मुख्यमंत्री रूपाणी, उपमुख्यमंत्री पटेल और भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी विवाद को निपटाने के लिहाज से मुख्यमंत्री आवास में मिले। इस कारण पहली केबिनेट बैठक में लिए नए मंत्रियों को करीब चार घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
उपमुख्यमंत्री पटेल विभागों के वितरण से खुश नहीं हैं। वह गृह और शहरी विकास मंत्रालय चाहते थे जो उन्हें नहीं मिला। साथ ही उनको 2 अहम विभाग राजस्व और वित्त विभाग भी नहीं दिए गए। विभागों के वितरण के मामले में माना जा रहा है कि सबसे ज्यादा घाटा पटेल को ही हुआ है। पटेल को सड़क एवं भवन, हेल्थ एवं फैमिली, नर्मदा, कल्पसार, चिकित्सा और शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी मिली है।