लखनऊ,‘ई-अस्पताल’ मरीजों के लिए अत्यंत उपयोगी सुविधा है, जिसके चलते यह बहुत तेजी से लोकप्रिय है। इसके माध्यम से रोगी को कहां दिखाना है, कब अस्पताल आना है जैसी सूचनाएं रोगी के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर उपलब्ध होंगी। यह सुविधा कुछ अस्पतालों में लागू है और शीघ्र ही अन्य अस्पतालों में भी इसे लागू किया जायेगा। यह बाते प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने आज बलरामपुर चिकित्सालय की आधुनिक अग्निशमन संरचना एवं धन्वन्तरि केन्द्र बलरामपुर चिकित्सालय द्वारा संचालित नवीनीकृत अटल विश्रामालय का लोकार्पण करने के दौरान कही।
सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार प्रदेश की जनता को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं मुहैय्या कराने के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश में 100 ई-अस्पताल लाने की उनकी योजना है। इससे अस्पतालों में भीड़ को कम करने में सहायता मिलेगी। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अस्पतालों की इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाये बढ़ायी जा रही हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने धन्वन्तरि सेवकों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय के इमरजेंसी, पैथालाॅजी ब्लाक एवं कंगारू केयर आउन्ज का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि लगभग 40 प्रतिशत रोगियों की रिकवरी कंगारू केअर के माध्यम से होती है। यह कम वजन और समय से पहले जन्में बच्चों के लिए वरदान है। यह बच्चों को प्रेम, आवश्यक गर्माहट, माँ के दूध का भरपूर पोषण और संक्रमण से बचाने की शक्ति देकर उसकी जीवन रक्षा करता है।
सिंह ने कहा कि डाक्टर और अन्य स्टाफ गर्व महसूस करते हुए काम करें और ऐसा माहौल बनाएं जिससे लोग बड़ी संख्या में सरकारी इलाज कराने आये। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की नई-नई तकनीकों को उलपब्ध कराने हेतु उनकी सरकार दृढ़ संकल्पित है।