नई दिल्ली,लग्जरी वाहनों पर 15 फीसद से लेकर 25 फीसद तक जीएसटी उपकर बढ़ाने के बिल को लोकसभा द्वारा मंजूरी देने के बाद देश में लग्जरी कारों की कीमतों में तेजी देखने को मिलेगी। सरकार का कहना है कि यह फैसला जीएसटी के रोलआउट होने के बाद राज्यों के राजस्व में हो रहे घाटे की क्षतिपूर्ति करने के लिए लिया है। इसके साथ ही लोकसभा ने माल और सेवा कर (राज्यों को प्रतिकर) संशोधन विधेयक 2017 को मंजूरी दे दी जिसमें लक्जरी मोटर वाहनों की प्रविष्टि संबंधी अधिकतम दर में 10 प्रतिशत की वृद्धि करने का प्रस्ताव किया गया है। इस पर प्रतिकर उपकर को संशोधित किया जा सकेगा। यह विधेयक इस संबंध में जारी माल और सेवा कर (राज्यों को प्रतिकर) संशोधन अध्यादेश 2017 का स्थान लेगा।
विधेयक पर वित्त मंत्री अरुण जेतली ने कहा कि जीएसटी के अमल में आने के बाद ही हर बार जब जीएसटी परिषद की बैठक हुई, उसमें प्रक्रिया और दर को व्यवहारिक बनाने पर चर्चा हुई। जैसे जैसे कर वसूली बढ़ती है, वैसे वैसे इसे व्यावहारिक बनाने की दर भी आगे बढ़ती है।
विधेयक के उद्देश्यों एवं कारणों में कहा गया है कि माल और सेवा कर परिषद ने 5 अगस्त 2017 को हुई अपनी 20वीं बैठक में शीर्ष 8702 और शीर्ष 8703 के तहत आने वाले मोटर यानों से संबंधित प्रविष्टि में अधिकतम दर में 10 प्रतिशत की वृद्धि करने की सिफारिश की जिस पर प्रतिकर उपकर संग्रहित किया जा सकेगा। अर्थात इसे 15 प्रतिशत से 25 प्रतिशत करने की बात कही गई है। इसमें कहा है कि उक्त प्रविष्टियों के लिए अधिकतम दरों को माल एवं सेवा कर परिषद की अगली बैठक से पहले माल एवं सेवा कर (राज्यों को प्रतिकर) अधिनियम 2017 को लागू करके तुरंत बढ़ाया जाना आवश्यक था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसे मोटर यानों के लिए प्रतिकर उपकर हेतु अधिकतम दर में राहत उपलब्ध हों।
लग्जरी वाहनों पर 25 % जीएसटी उपकर, मंहगी होंगी कारें
