अशोकनगर, शनिवार को एएसआई सतीश रघुवंशी की कोतवाली और देहात थाने के बीच लगे टावर पर फांसी लगाकर हुई संदिग्ध मौत को लेकर रघुवंशी समाज के लोगों में आक्रोश है। आक्रोशित समाज के लोगों द्वारा सोमवार को एक रैली निकालकर कलेक्टर बीएस जामोद को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया एवं पुलिस अधीक्षक को प्रभार मुक्त कर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई।
सोमवार की सुबह करीब 10 बजे बड़ी संख्या में समाज के लोग रघुवंशी धर्मशाला में एकत्रित हुये। जहां पर मृतक एएसआई सतीश रघुवंशी की आत्मा की शांति के लिये दो मिनिट का मौन धारन कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद रघुवंशी धर्मशाला से कलेक्ट्रेट तक एक रैली निकाली गई। जिसमें हजारों की संख्या में रघुवंशी समाज के लोगों शामिल हुये। आक्रोशित समाज के लोगों द्वारा रैली के दौरान जगह-जगह रुककर सडक़ पर बैठकर धरना दिया गया एवं पुलिस अधीक्षक के विरूद्ध नारे लगाये गये। पुलिस अधीक्षक के खिलाफ नारे लगाते हुये कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां कलेक्टर बीएस जामोद को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि मृतक एएसआई सतीश रघुवंशी 23 दिसम्बर को अपनी बर्दी पहनकर सर्विस रिवाल्वर के साथ ड्यूटी पर जाने के लिय अपने क्वाटर से निकले थे, पास की गुमठी पर चाय पी थी। इसके बाद करीबन सात बजे के आसपास एएसआई सतीश रघुवंशी का शव टावर पर लटके होने की सूचना पर मौके पर पहुंचे परिवारजन और रिश्तेदारों ने देखा कि टावर पर लटकी हुई लाश के पास पुलिस अधीक्षक और गनर थे। जिनके द्वारा लाश की तलाशी लेकर उसके पास रखे सुसाइड नोट को निकालकर अपने पास रख लिया था। पुलिस अधीक्षक सुसाइड नोट को अपने साथ ले गये और परिवारजनों से किसी भी प्रकार का सुसाइड नोट न मिलने की बात कहकर गुमराह करते रहे। जब समाज के लोगों द्वारा पुलिस अधीक्षक पर दबाव डाला गया तो पुलिस अधीक्षक सुसाइड नोट की फोटो कॉपी परिजनों को बताई और मोबाइल का जप्त होना बताया गया। पूर्व विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी ने कहा कि एएसआई सतीश रघुवंशी की हत्या की गई है और हत्या इसलिये है क्योंकि शहर कोतवाली की छत पर घसीटने के निशान है और जिस जगह मृतक फांसी पर लटका हुआ था उस समय मृतक की शर्ट वटन टूटी हुई नीचे पड़ी थी और ऊपर की वटन खुली हुई थीं। दो मफलर भी घटना स्थल के पास पड़े हुये थे। जैसे ही जानकारी मिली 8-10 लोग वहां पहुंच गये थे। उसी समय SP आये और एएसआई की जेब से मोबाइल, सुसाइड नोट और 7-8 कागज रखे हुये थे उनको निकाल ले गये।