बिलासपुर,बे-टिकट, क्षमता से अधिक लगेज, अनियमित टिकट के यात्री अब डेबिट व क्रेडिट कार्ड के जरिए ट्रेन में जुर्माना जमा कर सकते हैं। रेलवे ऑनड्यूटी टीटीई को स्वाइप मशीन देने की योजना बना रही है। यह पहल कैशलेस को बढ़ावा देने के लिए की जा रही है। हालांकि यह योजना कब तक लागू होगी यह स्पष्ट नहीं है। ट्रेनों में कुछ यात्री जान-बूझकर टिकट नहीं लेते हैं। कुछ लोग हड़बड़ी में ऐसा करते हैं और जांच के दौरान पकड़े जाते हैं। इसके बाद टीटीई या अन्य चेकिंग दल उन पर जुर्माना लगाता है। लगातार चोरियां व आपराधिक घटनाओं के कारण ज्यादातर यात्री रकम लेकर चलने से परहेज करते हैं। ऐसे यात्री चाहकर भी जुर्माना नहीं दे पाते और उन्हें रेलवे अधिनियम के तहत कार्रवाई का शिकार होना पड़ता है। दूसरी तरफ जनरल कोच में भारी भीड़ से बचने के लिए यात्री स्लीपर में बैठ जाते हैं। उनके खिलाफ रेलवे अनियमित टिकट का मामला पंजीबद्ध करता है और वह भी जुर्माने के दायरे में आ जाते हैं। इनमें भी कई लोग ऐसे होते हैं, जिनकी जेब में रकम नहीं होती है, लेकिन अकाउंट में राशि होती है। वे डेबिट कार्ड से राशि जमा करने में सक्षम होते हैं।
टैब देने की योजना:-
रेलवे ने टीटीई को टैबलेट देने का भी निर्णय लिया है। इससे रेलवे में पेपर चार्ट का इस्तेमाल खत्म हो जाएगा। इससे न तो ट्रेनों के बाहर पेपर चार्ट लगेंगे और न ही टीटीई के पास कोई चार्ट होगा। टैब में यात्रियों की पूरी डिटेल, रिजर्वेशन चार्ट सहित ट्रेन की पूरी जानकारी होगी। इसी टैब के जरिए टीटीई रेवेन्यू का भी डाटा फीड कर सकेंगे। माना जा रहा है कि टीटीई के पास टैब और पीओएस मशीन की सुविधा उपलब्ध होने के बाद राजस्व नुकसान कम हो जाएगा।