अहमदाबाद, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी राज्य विधानसभा चुनाव के बाद शनिवार को पहली दफे गुजरात के सोमनाथ पहुंचे, सुबह 10.30 बजे सौराष्ट्र स्थित भगवान सोमनाथ के मंदिर में दर्शन करने के बाद अब राहुल गांधी अहमदाबाद जा रहे हैं. अहमदाबाद के जीएमडीसी कन्वेन्शन होल में कांग्रेस की चिंतन बैठक में वह पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं के साथ हार पर मंथन करेंगे तथा उन्हें मार्ग दर्शन देंगे.पिछले विवादों को ध्यान में रखते हुए राहुल गांधी ने अबकि बार रजिस्टर या विजिटर बुक में कुछ भी लिखने से परहेज किया. सोमनाथ मंदिर में राहुल गांधी ने विधिवत पूजा-अर्चना के बाद मंदिर के शिखर पर ध्वजा भी चढ़ाई. इस मौके पर कांग्रेस के गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी भी मौजूद रहे. मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद राहुल गांधी ने मंदिर परिसर में स्थापित सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा को पुष्पाजंलि अर्पण की.राहुल गांधी की गत 29 नवंबर की सोमनाथ मंदिर की पहली यात्रा को लेकर गुजरात समेत देशभर में विवाद पैदा हो गया था. सोमनाथ ट्रस्ट के नियमों के मुताबिक गैर हिन्दुओं को सोमनाथ मंदिर में प्रवेश से पहले वहां के रजिस्टर में नाम दर्ज कराना अनिवार्य है. सोमनाथ मंदिर में राहुल गांधी और अहमद पटेल की गैर हिन्दू के तौर पर रजिस्टर में उल्लेख किए जाने के बाद राहुल गांधी के धर्म को लेकर देशभर में चर्चा शुरू हो गई थी. जिसके बाद कांग्रेस को सफाई देनी पड़ी थी कि राहुल गांधी जनोईधारी हिन्दू हैं. वहीं राहुल गांधी ने स्वयं को शिवभक्त बताया था. लेकिन आज राहुल गांधी ने मंदिर के रजिस्टर में न तो अपना नाम लिखा है और न ही विजिटर बुक में कोई टिप्पणी की.
गुजरात चुनाव में कांग्रेस की भले ही हार हुई हो, लेकिन 27 साल में पहली दफा उसकी सीटों में इजाफा हुआ है. शनिवार को होने वाली चिंतन बैठक में गुजरात के चारों मंडलों के नेता और विजेता व पराजित उम्मीदवार समेत कार्यकर्ताओं के साथ राहुल गांधी चर्चा करेंगे. पिछले तीन दिनों से मेहसाणा के एक रिसोर्ट में कांग्रेस की चिंतन शिबिर चल रही थी. जिसका शुक्रवार को समापन हुआ है. इस शिबिर के बाद कांग्रेस नेता अब राहुल गांधी के समक्ष चुनाव में हार अपने-अपने विचार पेश करेंगे.
गौरतलब है गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी गुजरात के सोमनाथ समेत कई मंदिरों में गए और वहां पूजा-अर्चना की थी.