युजवेंद्र सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने

नई दिल्ली, भारतीय टीम के युवा फिरकी गेंदबाज युजवेंद्र चहल ने यहां श्रीलंका के खिलाफ चार विकेट लेने के साथ ही एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। , इंदौर में 4/52 विकेट लेते ही चहल इस साल एक पारी में 3 बार 4 या इससे अधिक विकेट हासिल करने वाले पहले गेंदबाज बन गए हैं। इसी के साथ वह इस साल सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में भी नंबर एक पर पहुंच गये हैं।
इसके साथ ही चहल तीन बार 4 विकेट ‘हॉल’ (पारी में चार या इससे ज्यादा विकेट) पूरे करने वाले टी-20 इंटरनेशनल में भारत के एकमात्र गेंदबाज बन गए। भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के नाम टी-20 इंटरनेशनल में चार विकेट ‘हॉल’ 2 हैं।
इस साल टी-20 इंटरनेशनल में चहल ने अपने विकेटों की संख्या 23 तक पहुंचा दी है । इसके साथ ही एक कैलेंडर ईयर में सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में उनका यह आंकड़ा और बेहतर हो गया। युजवेंद्र चहल इसी साल तब रातों रात सुर्खियों में आ गए थे, जब उन्होंने इंग्लैंड के छक्के छुड़ा दिए था। चहल ने 1 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ बेंगलुरु में 6 विकेट लिए थे। इस लेग स्पिनर के पास शतरंज का दिमाग है, जिसे अब वह क्रिकेट पिच पर इस्तेमाल कर रहा है।
2017 में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज इस प्रकार हैं।
1. युजवेंद्र चहल (भारत) 11 पारी 23 विकेट
2. राशिद खान (अफगानिस्तान ) 10 पारी 17 विकेट
3. केसरिक विलियम्स (वेस्टइंडीज) 9 पारी 17 विकेट
4. शादाब खान (पाकिस्तान) 10 पारी 14 विकेट
5. इमरान ताहिर (द. अफ्रीका) 9 पारी 14 विकेट

टीम इंडिया सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच जीतने वाली दूसरी टीम बनी
भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की सीरीज जीतने के साथ ही एक अहम उपलब्धि हासिल कर ली है। इसी के साथ ही भारतीय टीम सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैचों में जीत दर्ज करने वाली दुनिया की दूसरी टीम बन गई है।टीम इंडिया ने साल 2017 में क्रिकेट के तीनों प्रारुपों को मिलाकर कुल 36 इंटरनेशनल मैचों में जीत दर्ज की है। टीम इंडिया से आगे केवल ऑस्ट्रेलियाई टीम है, जिसने साल 2003 में सबसे ज्यादा 38 इंटरनेशनल मैचों में जीत दर्ज कर यह विश्व रिकॉर्ड बनाया था पर टीम इंडिया के पास ऑस्ट्रेलिया के इस विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करने का कोई अवसर नहीं है, क्योंकि मुंबई में खेले जाने वाले तीसरे टी-20 मैच के साथ ही भारतीय टीम के साल (2017) सत्र का समापना होगा।. ऐसे में भारतीय टीम अधिक से अधिक 37 का ही आंकड़ा हासिल कर सकती है।
एक साल में सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैचों में जीत का रिकॉर्ड
1. ऑस्ट्रेलिया (साल 2003) – मैच : 47, जीते : 38, हारे : 8
2. भारत (साल 2017) – मैच : 52, जीते : 36, हारे : 12,
3. ऑस्ट्रेलिया (साल 1999) – मैच : 51, जीते : 35, हारे : 12
4. ऑस्ट्रेलिया (साल 2007) – मैच : 47, जीते : 33, हारे : 12
5. पाकिस्तान (साल 2011) – मैच : 47, जीते : 34, हारे

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