मुंबई,आज भले ही सोहा अली खान बॉलिवुड की लोकप्रिय ऐक्ट्रेस हैं, लेकिन उनके माता-पिता उन्हें कुछ और बनाना चाहते थे। सोहा ने ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएशन किया है। वह लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स ऐंड पॉलिटिकल साइंस से मास्टर्स कर चुकी हैं। सोहा मशहूर क्रिकेटर मंसूर अलि खान पटौदी और ऐक्ट्रेस शर्मिला टैगोर की बेटी हैं। उन्होंने बताया, ‘जहां तक ऐक्टिंग की बात है, मैं यह नहीं कहती कि मेरे पैरंट्स ने मुझे ऐक्टिंग के लिए हतोत्साहित किया, लेकिन उन्होंने इसके लिए उत्साहित भी नहीं किया था। उन्हें लगता था कि मेरी पर्सनैलिटी फिल्मों में ऐक्टिंग के लिए ठीक नहीं है। इसके अलावा हर अभिभावक की तरह वह भी थोड़ा सा प्रोटेक्टिव थे क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री में काम को लेकर काफी असुरक्षा है।’ ‘रंग दे बसंती’, ‘तुम मिले’, ‘गो गोआ गौन’, ‘खोया-खोया चांद’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं सोहा अब लेखक के रूप में अपना डेब्यू करने जा रही हैं। उनकी पहली किताब का नाम है ‘द पेरिल्स ऑफ बींग मॉडरेटली फेमस’ सोहा बताती हैं कि वह भले ही फिल्मों में काम करने लगीं, लेकिन उनके परिवार में हमेशा ही पढ़ाई को ज्यादा तवज्जो दिया जाता रहा है। सोहा की नानी के पास मास्टर्स की डिग्री थी। उस जमाने की महिलाओं के पास इस स्तर की शिक्षा होना बड़ी बात थी। सोहा ने कहा, ‘मैं हमेशा पढ़ना चाहती थी। हमारे यहां ऑक्सफोर्ड जाने की परंपरा रही है। पहले दादाजी गए, फिर पिता जी गए इसलिए मैं भी वहां जाना चाहती थी। मैं चाहूंगी कि मेरी बेटी भी वहां जाए, लेकिन इसके लिए उसपर दबाव नहीं बनाऊंगी।’ सोहा ने कहा कि उनके पिता चाहते थे कि वह कॉर्पोरेट जगत में कुछ करें। उन्होंने कॉर्पोरेट में काम भी किया लेकिन वहां दिल नहीं लगा। इसके बाद वह फिल्मों में काम करने लगीं और वह जानती थीं कि उनके पैरंट्स इसके लिए उनका साथ देंगे।