लंदन, अब टीबी की बीमारी का आसानी से पता लगाया जा सकेगा, वो भी सिर्फ यूरीन टेस्ट से। जॉर्ज मैसन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जो सिर्फ एक टेस्ट में यह बता देगी कि मरीज को टीबी है या नहीं। हालिया रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016 में 10 मिलियन यानी एक करोड़ लोगों को टीबी का इन्फेक्शन हुआ है। जबकि इस घातक बीमारी से 1.7 मिलियन यानी 17 लाख लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि टीबी के 40 फीसदी मामलों में लक्षण तब तक साफ नहीं दिखते जब तक की समस्या गंभीर न हो जाए। इस तकनीक में यूरीन टेस्ट में एक निश्चित सुगर लेवल का पता लगाया जाता है जो कि टीबी के बैक्टीरिया की पहचान करने में मददगार होता है। अभी टीबी के टेस्ट के लिए स्किन टेस्ट या थूक के टेस्ट का सहारा लिया जाता है। थूक में मौजूद बैक्टीरिया से पता लगया जाता है कि किसी को टीबी है या नहीं। बताया दोनों टेस्ट का रिजल्ट आने में कई दिन का समय लग जाता है। लेकिन इसके टेस्ट के लिए जो नई तकनीक विकसित हुई है बहुत की कारगर और आसान है। वर्जीनिया की जॉर्ज मैसन यूनिवर्सिटी के एलसांड्रा लुचीनी और उनकी टीम ने यूरीन टेस्ट से टीबी का पता लगाने वाली तकनीक विकसित की है। टीम ने इस नई तकनीक के जरिए 48 लोगों का टेस्ट किया जिनमें टीबी का सटीक पता लगाने में कामयाबी मिली। शोधकर्ता अभी हजारों लोगों में इस तकनीक का शोध कर इसे और आसान बनाना चाहते हैं। खबर है अगर तकनीक सफल साबित हुई जो अगले दो-तीन सालों में लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी।