लखनऊ,उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपीकोका विधेयक विधानसभा में पेश कर दिया है। विधानसभा में गुरूवार को इस मुद्दे पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस विधेयक का दुरुपयोग नहीं किया जाएगा। किसी पर भी राजनीतिक विद्वेष की भावना से कार्रवाई नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था लागू करना हमारी पहली जिम्मेदारी है। इसके लिए हमें सख्त कानूनी प्रावधान करने होंगे। मौजूदा पहली इसी का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि सन 2017 में पिछले साल के मुताबिक अपराध कम हुए हैं। विधानसभा में योगी ने कहा कि सरकार बिना भेदभाव के हर त्योहार मनाएगी। हमने पिछले कुछ समय में शासन के मनोबल को बहाल किया है, आठ लाख 210 स्थानों पर पुलिस पेट्रोलिंग की गई है। एक लाख से ज्यादा शरारती तत्वों को हिरासत में लिया गया है, कुछ जगहों पर छेड़छाड़ हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस पर जो हमले हो रहे हैं वह दुस्साहिक हैं। उसको लेकर सरकार ने सख्त कदम भी उठाए हैं, किसी भी माफिया को गोली चलाने की छूट नहीं हैं और न ही महिलाओं के साथ अभद्रता की छूट जाएगी।
उन्होंने बताया कि पहली बार पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अफआईआर काउंटर खोले गए हैं, पुलिस के दबाव के कारण अपराधियों ने समर्पण किया है। उन्होंने कहा कि 22 मार्च से 18 दिसंबर तक 79177 स्थानों पर 2159890 स्थानों पर एंटी रोमियो स्क्वॉयड ने कड़ी कार्रवाई की है, इनमें 1714 अभियोग पंजीकृत हुए हैं। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने संगठित अपराध पर नकेल कसने के लिए राज्य में यूपीकोका के रूप में सख्त कानून लाने का फैसला किया है। प्रस्तावित कानून के तहत अंडरवर्ल्ड, जबरन वसूली, जमीनों पर कब्जा, वेश्यावृत्ति, अपहरण, फिरौती, धमकी और तस्करी जैसे अपराधों को शामिल किया गया है। योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में यूपीकोका (उत्तरप्रदेश कंट्रोल ऑफ आर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट) बिल पेश किया।