नई दिल्ली,केंद्र सरकार ने जस्टिस यूडी साल्वी को एनजीटी के नए कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है। उन्हें स्वतंत्र कुमार की जगह नियुक्त किया है। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के अध्यक्ष जस्टिस स्वतंत्र कुमार अपने पद से सेवानिवृत्त हो गए थे। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश रहे जस्टिस स्वतंत्र कुमार ने जितनी सुर्खियां एनजीटी अध्यक्ष रहते बटोरी उतनी चर्चा उन्हें सुप्रीम कोर्ट के कार्यकाल के दौरान भी नहीं मिली। पर्यावरण संरक्षण के लिए जस्टिस स्वतंत्र कुमार ने कई ऐसे कड़े फैसले लिए जिससे वह पर्यावरण प्रेमियों के चहेते बन गए। स्वतंत्र कुमार की सबसे बड़ी उपलब्धि ये ही है कि 20 दिसंबर 2012 को उनके पद संभालने से पहले एनजीटी को शायद ही कोई गंभीरता से लेता हो लेकिन आज जब वह रिटायर हो रहे हैं तब एनजीटी का नाम पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली संस्थाओं और व्यक्तियों के लिए खौफ का पर्याय बन चुका है। स्वतंत्र कुमार ने अपने कार्यकाल के दौरान बिना किसी भेदभाव के तमाम ऐसे कड़े फैसले लिए जिसका असर भी व्यापक हुआ और चर्चा भी। उन्होंने न सरकार को बख्शा न औद्योगिक घरानों को, न धर्मगुरुओं को न धार्मिक संस्थाओं को। इसी कड़ी में हाल ही में उनका अमरनाथ गुफा में जयकारे लगाने पर रोक वाला आदेश भी खासा चर्चित रहा।देश की आजादी के साल पैदा हुए स्वतंत्र कुमार ने अपने कॅरियर की शुरूआत दिल्ली बार काउंसिल में एक वकील के तौर पर की थी।