बैतूल, जिले में नोटरी टिकटों का टोटा पिछले डेढ़ वर्ष से बरकरार है। इसके पीछे वजह नोटरी टिकटो का प्रिंट न होना बताया जा रहा है लेकिन टिकट की कमी के कारण नोटरी कराने के लिए आम नागरिकों को परेशान होना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार नोटरी करने के लिए लोग चक्कर लगा रहे है और नोटरी टिकट न होने के कारण नोटरी नहीं कर पा रहे है। लोगों को परेशानी न हो इसके लिए जिला कोषालय में तो यह सूचना भी चस्पा कर दी गई है कि नोटरी टिकटों का अभाव होने से बैंक में चालान जमा करने के पूर्व उपलब्धता की जानकारी प्राप्त कर लें अन्यथा असुविधा होने पर आप स्वयं उत्तरदायी होंगे।
डेढ़ साल से टिकटों का बना हुआ है अभाव
जिला कोषालय अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार नोटरी टिकटे भोपाल से ही नहीं आ रही है। इसके चलते नोटरी को बुलाकार स्पष्ट भी कर दिया गया था। बैतूल जिले को नोटरी टिकट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी भोपाल की है। जानकारी के अनुसार भोपाल बैतूल सहित दस अन्य जिलों को नोटरी टिकट उपलब्ध कराता है। इसके लिए बाकायदा ऑनलाईन सिस्टम भी है। यदि किसी जिले को नोटरी टिकटों की जरुरत हो तो वह ऑनलाईन डिमांड भेजता है, स्टॉक की उपलब्धता की जानकारी भी जिलों को ऑनलाईन ही मिल जाती है। कोषालय अधिकारी नीतेश उइके से मिली जानकारी के अनुसार नोटरी टिकटों का स्टॉक अभी दिख नहीं रहा है जिले के लिए डिमांड तो भेज दी गई है। उन्होनें बताया कि नोटरी टिकटे न छपने के कारण पिछले डेढ़ साल से नोटरी टिकटों का अभाव बना हुआ है।
1000 बंडल की डिमांड
गत माह जिला कोषालय में नोटरी टिकट के 400 बंडल आए थे जिन्हें उप कोषालय में भी भेजा गया था। श्री उइके ने बताया कि उस समय जिले के लिए 1000 बंडल की डिमांड की गई थी। गौरतलब है एक बंडल में 60 से 80 या इससे भी अधिक हजार रुपए की नोटरी टिकट रहती है। टिकटे आने पर पूरे जिले में डिमांड के आधार पर वितरीत की गई थी।
कहीं कम तो कहीं ज्यादा से आती है परेशानी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नोटरी द्वारा भी नोटरी टिकटे अक्सर अधिक ले ली जाती है। कई मर्तबा यह देखने में आता है कि जिस नोटरी को दस हजार टिकटो की आवश्यकता होती है उसके पास बीस हजार टिकटे उपलब्ध होती है। कई बार जिनके पास कम लोग नोटरी करने आते है उनके पास भी जरुरत से ज्यादा नोटरी टिकट रहती है। ऐसे में अभाव की स्थिति बनती है। फिलहाल जैसे ही ऑनलाईन स्टॉक नजर आएगा। डिमांड के अनुरुप भोपाल से नोटरी टिकटे उपलब्ध कराने की बात की जा रही है।
इनका कहना…
नोटरी टिकट न होने के कारण कार्यालय में सूचना लगाई गई है ताकि लोगों को परेशान न होना पड़े। डिमांड भी भेजी जा चुकी है लेकिन स्टॉक उपलब्ध ही नहीं है। यह स्थिति पिछले डेढ़ साल से बनी हुई है।
नीतेश उइके, जिला कोषालय अधिकारी बैतूल
नवल-वर्मा की रिपोर्ट