अलवर,रविवार को जयपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि एक बार में तीन तलाक के खिलाफ प्रस्तावित कानून का मकसद किसी को परेशान करना नहीं, बल्कि मुस्लिम महिलाओं को संवैधानिक अधिकार दिलाना है। नकवी ने कहा, तीन तलाक का मुद्दा बहुत लंबे समय से परेशानी का विषय बना हुआ था। सरकार इस मामले में कानून ला रही है। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह कानून किसी को परेशान करने के लिए नहीं बन रहा है,बल्कि यह मुस्लिम महिलाओं को उनका संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिये है। बीते शुक्रवार केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक’ को मंजूरी प्रदान की। बात दे कि संसद के शीतकालीन सत्र में इस विधेयक को पेश किए जाने की संभावना है। इस प्रस्तावित कानून में तीन तलाक देने वाले पति को तीन साल की जेल और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। नकवी ने नई हज नीति के तहत ‘मेहरम’ की शर्त खत्म किये जाने के फैसले का जिक्र करते हुए कहा,मोदी जी की सरकार ने यह बड़ा फैसला किया। इसके उत्साहजनक परिणाम आए हैं।
उल्लेखनीय हैं कि तीन तलाक पर मोदी सरकार के द्वारा कानून लेकर आने की बात पर मुसलमान धर्मगुरु इस बात पर नाराज हो गए है। उनका कहना है कि यह सरकार द्वारा इस्लाम में हस्तक्षेप के सामना है। मुसलमान धर्मगुरु किसी भी हालात में सरकार के इस निर्णय पर सहमत नहीं होने वाले है।
नकवी ने कहा तीन तलाक का मकसद मुस्लिम महिलाओं को हक दिलाना किसी को परेशान करने के लिए नहीं
