मुंबई, 20 हजार करोड़ रुपये के फर्जी स्टांप पेपर घोटाले के सरगना अब्दुल करीम तेलगी की आखिरी इच्छा जानकर आपको हैरानी होगी. दरअसल तेलगी चाहता था कि घोटाले से हुई काली कमाई से उसने जितनी भी संपत्तियां खरीदी थी, उन सभी का इस्तेमाल सरकार राष्ट्र हित में करे. अब पति की इच्छा पूरी करने के लिए अब्दुल करीम तेलगी की पत्नी शाहिदा ने अदालत का रूख कर बेनामी संपत्ति जब्त करने का अनुरोध किया है. पुणे स्थित विशेष मकोका कोर्ट में अर्जी दाखिल कर शाहिदा ने आग्रह किया है कि तेलगी की बेनामी संपत्तियों को जब्त कर उन्हें देश की भलाई में खर्च किया जाए. उसका दावा है कि तेलगी की भी आखिरी इच्छा यही थी. शाहिदा ने अपने वकील मिलिंद पवार के जरिये कोर्ट में दाखिल अर्जी में उन सभी अचल संपत्तियों का ब्योरा दिया है, जिन्हें तेलगी ने अपने रिश्तेदारों के नाम खरीदा था. जांच एजेंसियां इन संपत्तियों को जब्त नहीं कर सकी हैं. अपनी अर्जी में शाहिदा ने बताया है कि कर्नाटक के बेलगाम में तेलगी की सात और बीजापुर में दो बेनामी संपत्तियां हैं। तेलगी की विधवा की अर्जी पर मकोका अदालत अगले वर्ष 3 फरवरी को सुनवाई करेगी. मालूम हो कि तेलगी को नवंबर 2001 में राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार किया गया था. 20 हजार करोड़ रुपये के फर्जी स्टांप पेपर घोटाले में तेलगी को 2006 में 30 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई थी. उस पर 202 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था. वह बंगलुरु के पाराप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था. कई बीमारियों से ग्रस्त तेलगी ने इसी साल 26 अक्टूबर को दम तोड़ दिया था.