भारतीय स्पाट फिक्सरों में आईपीएल ठगों से थे निकट संबंध

मुंबई, मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार एशेज सीरीज में स्पॉट फिक्सिंग के स्टिंग की वजह से जांच के दायरे में आए दो भारतीयों और आईपीएल टीम के लिए चयन के नाम पर मुंबई में करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले लोगों के तार आपस में जुड़े हुए हैं। इस बीच दावा किया गया है कि एशेज सीरीज का तीसरा टेस्ट फिक्स कराने के लिए भारत से दो बुकी सोबर्स जोबन और प्रियांक सक्सेना आए थे। मुंबई क्राइम ब्रांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने आईपीएल के नाम पर ठगी करने वाले जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें से एक विजय बराटे के कॉल डेटा में प्रियांक के भी नंबर हैं। इस अधिकारी का कहना है, ‘दो दिन पहले हमने क्रिकेटर रवींद्र वाडेकर को भी इस मामले में गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ में बराटे और प्रियांक की दोस्ती का खुलासा हुआ है।’
इस अधिकारी के अनुसार, ‘दिल्ली के प्रियांक ने बराटे की पुलिस हिरासत के दौरान उससे मुंबई में मिलने की कोशिश भी की थी, पर पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी।’ अधिकारी का कहना है, ‘स्टिंग के बाद प्रियांक सक्सेना से आईसीसी के भ्रष्टाचार निरोधक प्रकोष्ठ पूछताछ करेगा। जरूरी हुआ, तो हम भी उससे पूछताछ करेंगे कि बराटे से उसकी दोस्ती की पृष्ठभूमि क्या है।’ प्रियांक जिस विजय बराटे की वजह से शक के घेरे में है, वह एक आर.एन स्पोर्ट्स क्लब चलाते थे। वह आईपीएल की सनराइजर्स हैदराबाद की टीम से साल 2012 में जुड़े थे। घोटाले के कारण उन्हें वहां से निकाल दिया गया। इसके बाद उन्होंने एक फर्जी अनुबंध बनाकर फेसबुक पर पोस्ट कर दिया था, ताकि लोगों को लगे कि वह अब भी सनराइजर्स हैदराबाद टीम से जुड़े हुए हैं। फिर उन्होंने करोड़ों की ठगी की।

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