नौगांव, रिश्ते के मौसेरे भाई से संबंध बनाना महिला को भारी पड़ गया। शक जब यकीन में बदल गया तो महिला के पति ने उसे मौत के घाट उतार दिया। पति ने पत्नी के आशिक की मदद से पत्नी को आग के हवाले कर दिया। पति और महिला के आशिक के बयानें को परखने के बाद आखिरकार पुलिस ने हत्या के राज से पर्दा उठा दिया।
दोनों को गिरफतार कर उन्हें सलाखें के पीछे भेज दिया गया है। थाना क्षेत्र के ग्राम मुड़वारा में चार दिन पहले हुई महिला की मौत के मामले का खुलासा करते हुए एसडीओपी उमेश सिंह तोमर ने बताया कि मृतिका ललता के पति रामकिशोर कुशवाहा तथा संदेह के आधार पर मौसेरे भाई राम सिंह कुशवाहा से पूछताछ की। कड़ाई से पूछताछ करने पर राम सिंह टूट गया और उसने पूरी घटना सामने रख दी। उल्लेखनीय है कि मृतिका के पति के बयान शुरू से ही संदेह के घेरे में आ गए थे। पुलिस ने बिना वक्त गंवाए रामकिशोर कुशवाहा से लगातार पूछताछ की जिससे बदले बयानें को ध्यान में रखकर यह तय हो गया कि हत्या पति ने ही की है। उधर राम सिंह के बयानें से मामले की पुष्टि हो गई। इस पूरी टीम में एएसपी जयराज कुबेर के निर्देशन में टीआई विनायक शुक्ल, एएसआई आरएन अरजरिया, पीएसआई सुशील शुक्ला, आरक्षक हरदीन की विशेष भूमिका रही। दोनें आरोपियें के खिलाफ हत्या एवं साक्ष्य छुपाने की धाराआंs के तहत मामला दर्ज किया गया है। रामकिशोर कुशवाहा निवासी मुड़वारा ठेकेदारी का काम करता है। वह अक्सर घर से बाहर रहता था। रामकिशोर की पत्नी ललिता के संबंध उसके रिश्ते के मौसेरे भाई राम सिंह कुशवाहा से हो गए थे। 18 नवंबर को नैगुवां में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान नैगुवां निवासी राम सिंह से संबंधें की पुष्टि भी हो गई थी फिर भी रामकिशोर एक और मौका देना चाहता था। रविवार 10 दिस बर को रामकिशोर नौगांव से मुर्गा और बियर खरीदकर अपने घर पहुंचा तथा राम सिंह को पार्टी में शामिल होने के लिए फोन पर बुलाया। बच्चें के सो जाने के बाद रामकिशोर रामसिंह की मोटर साईकिल यह कहते हुए ले गया कि उसकी बाईक में पेट्रोल नहीं है। पत्नी और राम सिंह को मौका देने के कारण वह घर से चला गया और कुछ दूर राम सिंह की मोटर साईकिल खड़ी कर वापस आ गया। घर आने पर देखा कि राम सिंह और उसकी पत्नी आपत्तिजनक हालत में हैं। गाली-गलौच कर राम सिंह को वहां से भगा दिया। इसके बाद पत्नी ललिता से रामकिशोर झगड़ने लगा तभी रामकिशोर ने गला दबाकर पत्नी की हत्या कर दी। राम सिंह को बिरादरी में बदनाम करने की धमकी दी जिससे वह डर गया। दोनों ने मिलकर ललिता की लाश लकड़ियें में रखकर डीजल डालकर आग लगा दी।