लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल से शुरू होने जा रहा है। सूबे में 15 साल के सूखे के बाद योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनने के बाद यह इस सरकार का दूसरा सत्र होगा। इस दौरान नौ महीने पुरानी योगी सरकार जहां 18 दिसंबर को अनुपूरक बजट पेश करेगी तो वहीं विपक्ष ने कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने के लिए कमर कस ली है। विपक्ष बढ़ी हुई बिजली की दरों को लेकर तो आक्रामक था ही वहीं योगी सरकार ने बुधवार को यूपीकोका विधेयक को मंजूरी देकर विपक्ष को एक और मुद्दा थमा दिया है।
हालांकि उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने 17वीं विधान सभा के द्वितीय शीतकालीन सत्र को सुचारू रूप से संचालन करने के लिए सभी दलों के नेताओं से सहयोग प्रदान करने परम्परा निभायी। परन्तु वे भी भिज्ञ होंगे कि हमेषा विपक्ष सर्वदलीय बैठक की मेज पर कुछ और सदन के भीतर बिल्कुल अलग भूमिका में नजर आता रहा है, भले ही विपक्ष में कोई भी दल क्यों न रहा हो। बुधवार को ही हुई कार्य-मंत्रणा की हुई बैठक में 14 दिसम्बर से 22 दिसम्बर तक के घोषित कार्यक्रम पर सर्वसम्मति से मुहर लगी। इसके तहत 18 दिसम्बर को वित्तीय वर्ष 2017-18 के अनुपूरक अनुदानों की मांगों का प्रस्तुतिकरण किया जायेगा। नगर निकाय चुनावों के बाद हो रहा इस सत्र में कुल सात बैठकें प्रस्तावित हैं। 14 दिसंबर को औपचारिक कार्य मसलन अध्यादेश, अधिसूचनाएं, नियम आदि सदन पटल पर रखे जाएंगे। यूपीकोका सहित अन्य विधेयक भी पेश किये जाने की उम्मीद है। विधानसभा में 15 दिसंबर को आधा दिन विधायी कार्य और आधा दिन गैर सरकारी कामकाज के लिए होगा। 16 और 17 दिसंबर को शनिवार व रविवार होने के कारण सदन की बैठकें नहीं होगीं। सदन की बैठक में 18 दिसंबर को वित्त वर्ष 2017-18 के लिए अनुपूरक अनुदान मांगे प्रस्तुत की जाएंगी। इसके बाद विधायी कार्य होगा।
वहीं सदन में 19 दिसंबर को 2017-18 की अनुपूरक अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। उसके बाद अनुपूरक बजट पारित कराया जाएगा। 20 और 21 दिसंबर को विधायी कार्य एवं अन्य कामकाज प्रस्तावित हैं। सत्र के समापन के दिन यानी 22 दिसंबर को आधा दिन विधायी कार्य और आधा दिन गैर सरकारी कामकाज के लिए रहेगा। विपक्षी दलों के नेता कानून व्यवस्था, किसानों की समस्या और बिजली शुल्क में बढोतरी जैसे मुददों पर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर रहे हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सपा विधायक राम गोविन्द चैधरी ने कहा कि विपक्ष एकजुट होकर रणनीति तैयार कर रहा है और जन समस्याओं को सदन में उठाएगा। उन्होंने कहा कि जनता से किये गये वायदों को पूरा नहीं करने के मुददे पर हम सरकार को घेरेंगे और जनता के समक्ष सरकार की पोल खोलेंगे। वहीं बसपा और कांग्रेस ने भी योगी सरकार को घेरने के लिए रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है। साफ है कि उप्र विधानमण्डल का यह शीतकालीन लघु सत्र हंगामी होने के भरपूर आसार हैं।