भोपाल , सर्वर डाउन होने की वजह से परीक्षा पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे पाए। सर्वर डाउन होने की वजह से सुबह नौ बजे से शुरू होने वाली परीक्षा के लिए वेरीफिकेशन का काम समय से पूरा नहीं किया जा सका, जिसकी वजह से पूरा परीक्षा कार्यक्रम ही गड़बड़ा गया। पहली पाली में कुल 26 हजार परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी, लेकिन कुल दस हजार के लगभग लोगों के ही रजिस्ट्रेशन हो पाए। व्यापमं ने एक बयान में बताया कि परीक्षा प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले पाने वाले 16 हजार अभ्यर्थियों की परीक्षा निरस्त कर दी गई है। उन्होंने दोबारा परीक्षा प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
परीक्षा 16 शहरों में 85 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। व्यापम के बयान में बताया गया है कि नया परीक्षा कार्यक्रम व्यापमं की वेबसाइट पर जल्दी ही जारी किया जाएगा। इससे पहले रज़िस्ट्रेशन का समय एक घंटे बढ़ाया गया था, लेकिन सर्वर ठीक नहीं होने के चलते व्यापम की ओर से यह निर्णय लेना पड़ा कि जिन छात्रों की पहली पाली की परीक्षा नहीं हो सकी है, उन्हें दोबारा परीक्षा में शामिल किया जाएगा। मध्य प्रदेश के कई जिलों में सर्वर डाउन होने के कारण परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
जिम्मेदार कंपनी पर होगी कार्रवाई : जोशी
मध्य प्रदेश में पटवारी परीक्षा में सर्वर डाउन होने से नाराज परीक्षार्थियों ने कई सेंटर में हंगामा किया। उसके बाद इस परीक्षा न देने पाने वाले छात्रों की परीक्षा ही निरस्त कर दी गई। तकनीकी शिक्षा मंत्री दीपक जोशी का कहना है कि तकनीकी समस्याएं किसी के बस में नहीं है। सर्वर का काम देश की नंबर वन कंपनी टीसीएस को दिया था, लेकिन कंपनी से चूक हो गई है। इस मामले में कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी।
परीक्षार्थियों ने किया हंगामा
परीक्षा रद्द होने के बाद छात्रों ने जम कर हंगामा किया। कई परीक्षा केंद्रो पर तोड़फोड़ और पथराव किया गया। छात्रों ने व्यापमं में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अपने पैसे वापस करने की मांग की है। पटवारी के 9 हजार 235 पदों के लिए 10 लाख 20 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। इस पद के लिए आवेदन करने वालों में बड़ी संख्या में पीएचडी, एमबीए, इंजीनियरिंग के छात्र शामिल हैं।