नई दिल्ली,भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने गंगा की सफाई के लिए अब खुद अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जान जाने तक अनशन का ऐलान किया है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट से पूरे देश को गंगा के स्वच्छ और निर्मल होने की उम्मीद जगी थी। लेकिन तीन साल गुजर गए न गंगा साफ हुई और न साफ होने का कोई ठोस प्रयास दिख रहा है। हालांकि पहले गंगा साफ करने का जिम्मा उमा भारती को ही मिला था। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उम्मीद जगी कि अविरल गंगा को लेकर केवल कागजों पर चल रहे भगीरथ प्रयास अब जमीन पर उतरेंगे। नामामि गंगे योजना की शुरुआत कर सरकार इस दिशा में संजीदा भी दिखाई दी। लेकिन तीन साल से भी ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद जमीनी हकीकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि केंद्र सरकार में मंत्री उमा भारती गंगा से जुड़ी योजनाएं जल्द से जल्द न शुरू होने पर आमरण अनशन की धमकी दे रही हैं।पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मैं गंगा से जुड़ी योजना अक्टूबर 2018 तक लागू होते हुए देखना चाहती हूं। यदि ऐसा नहीं हुआ तो मैं प्रयाग में महाउपवास से महाप्रयाण पर बैठ जाऊंगी।