नई दिल्ली,कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चल रही प्रक्रिया के तहत आज पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना नामांकन भर दिया है। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी वहां मौजूद थे। इसके अलावा कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद थे। पार्टी में लंबे समय से राहुल को कमान दिए जाने की मांग उठती रही है। सोनिया गांधी, मोतीलाल वोहरा, अहमद पटेल, मोहसिन किदवई, अशोक गहलोत, कमलनाथ, मुकुल वासनिक, शीला दीक्षित और तरुण गोगोई ने पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए राहुल की उम्मीदवारी का प्रस्ताव रखा। राहुल के नामांकन भरने के बाद बीजेपी ने तंज कसा है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि राहुल का प्रमोशन विदाउट परफॉर्मेंस हो रहा है। सामंती सोच वाली पार्टी में ऐसा होता है। राहुल को मुबारकबाद। उनके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है। कांग्रेस मुक्त भारत का जो सपना भारत के लोग देख रहे हैं, वह उसको पूरा करें। राहुल के नामांकन भरने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि सोनिया गांधी ने १९ सालों तक कांग्रेस का नेतृत्व किया है। अब राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस आगे बढ़ेगी। राहुल के अध्यक्ष बनने से पहले ही कांग्रेस दफ्तर पर उनकी बधाई के पोस्टर लग गए हैं। पोस्टर में राहुल गांधी को अध्यक्ष बता दिया है। कांग्रेस के संविधान की प्रक्रिया के मुताबिक, अध्यक्ष पद के एक उम्मीदवार के लिए १० (एसीसी) सदस्य प्रस्ताव करते हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया की लोकतंत्रिकता पर कोई सवाल ही नहीं। बेशक यह लोकतांत्रिक तरीके से हो रहा चुनाव है। गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है। कल यानि पांच दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच के बाद वैध उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जाएगी। ११ दिसंबर को उम्मीदवार के नाम वापसी की आखिरी तारीख है। एक से ज्यादा उम्मीदवार होने की सूरत में १९ दिसंबर को वोटिंग कराई जाएगी। अगर वोटिंग हुई तो इसके नतीजे १९ दिसंबर को ही घोषित किए जाएंगे।
नामांकन पर नेताओं ने दी बधाई
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए राहुल गांधी के नामांकन करने के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें बधाई देना शुरू कर दिया है। राहुल का अध्यक्ष बनना लगभग तय है, क्योंकि उनके खिलाफ अब तक किसी ने नामांकन नहीं किया है। सोमवार को राहुल गांधी ने कई वरिष्ठ नेताओं के साथ नामांकन कर दिया है।
उनके साथ पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने नामांकन पत्र को जमा किया। नामांकन के बाद मणिशंकर अय्यर का बयान चर्चा का विषय बन गया। उनसे शहजाद पूनावाला के विरोध को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने मुगल बादशाहों का उदाहण दे दिया। इस बयान को प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात की रैली में मुद्दा बना दिया। वहीं राहुल गांधी के नामांकन के दौरान उनके राजनीतिक गुरु कहे जाने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी गैर मौजूद रहे। दरअसल कभी राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष और पीएम बनाने की पुरजोर मांग करने वाले दिग्विजय सिंह इस समय नर्मदा यात्रा पर हैं। उनकी ‘चुप्पी’ संकेत दे रही है कि वह इस समय मध्य प्रदेश में ही सारा ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव दिग्विजय सिंह ने खबर लिखे जाने तक ट्वीट करके भी राहुल को बधाई नहीं दी है। हालांकि उन्होंने पहले ही कह दिया था कि वह छह महीने की नर्मदा यात्रा के दौरान ट्वीट नहीं सिर्फ रिट्वीट करेंगे।