नई दिल्ली,अयोध्या विवाद मामले की सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार से सुनवाई शुरू हो रही है। इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने आपसी विवाद से मामला सुलझाने के लिए सभी पक्षों को कहा था, किंतु यह मामला अदालत के बाहर नहीं सुलझाया जा सका।
अब इस मामले की सुनवाई अब सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की कोर्ट में मंगलवार से सुनवाई शुरू होगी। इस प्रकरण में सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से कपिल सिब्बल और राजीव धवन पैरवी करेंगे। रामलला पक्ष की ओर से हरीश साल्वे सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करेंगे।
बाबरी मस्जिद विवादित ढांचा 25 साल पहले गिराया गया था। 25 साल बाद अब इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में होने जा रही हैं। इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के 7 साल बाद सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। 7 साल से 20 याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। दस्तावेजों के अनुवाद को लेकर यह मामला लंबित हो गया था। इस मामले में संस्कृत, फारसी, उर्दू और अरबी सहित 7 भाषाओं में 9000 पन्नों का अंग्रेजी में अनुवाद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 12 सप्ताह का समय दिया था।
सुप्रीम कोर्ट में कल सुनवाई शुरू होने के साथ ही यदि अनुवाद का काम पूरा हो गया होगा। तो सुनवाई शुरू हो सकती है। अन्यथा अनुवाद नहीं होने पर एक बार फिर यह मामला टल सकता है। सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस अब्दुल नजीर और जस्टिस अशोक भूषण इस मामले की सुनवाई करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने 9 मई 2011 को हाईकोर्ट के आदेश पर स्थगन जारी किया था इसके बाद से अभी तक सात चीफ जस्टिस बदल चुके हैं। इस मामले की सुनवाई को लेकर सभी पक्षों में उत्सुकता बनी हुई है।