गांधीनगर, पंडित जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल के संबंधों को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि दोनों के बीच कुछ राजनीतिक और विचारों में मतभेद थे लेकिन वे मित्र थे। यह बात उन्होनें गुजरात के अमरेली में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि वे साथ में जेल भी गये, लेकिन कुछ लोग यहां झूठ फैला रहे हैं कि वे दुश्मन थे. साथ ही इस बात के सबूत हैं कि सरदार पटेल आरएसएस के खिलाफ थे। लेकिन कुछ लोग यहां झूठ फैला रहे हैं कि वह आरएसएस से सहानुभूति रखते थे. यह सही नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने सोमनाथ मंदिर में उठे विवाद पर भी जवाब देते हुए कहा है कि वह उनकी दादी (इंदिरा गांधी) और पूरा परिवार शिवभक्त रहा है लेकिन वह धर्म के नाम पर दलाली नहीं करना चाहते हैं। यह एक निजी मसला है।
गौरतलब है कि राहुल के सोमनाथ मंदिर जाने के बाद विवाद हो गया था जब अहमद पटेल के साथ उनका नाम गैर हिंदुओं वाले रजिस्टर में पाया गया. कांग्रेस ने इसे फर्जी’ करार दिया था जबकि भाजपा इस बात पर जोर दे रही थी कि कांग्रेस उपाध्यक्ष लोगों के सामने अपने धर्म की घोषणा करें। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर कांग्रेस पर निशाना साधते रहते हैं। पीएम मोदी सहित बीजेपी का आरोप लगाती रही है कि कांग्रेस ने हमेशा सरदार वल्लभ भाई पटेल की उपेक्षा की है।