रायपुर, शहर के हृदय स्थल पर करीब 19 एकड़ जमीन पर बनाए जा रहे ऑक्सीजोन पूरी तरह से वायरलेस होगा। विद्युत और संचार के सभी केबलों को अंडरग्राउंड किया जा रहा है। कलेक्टर ओ.पी.चौधरी ने इसके लिए मुख्यमंत्री शहरी विद्युतीकरण योजना से 2 करोड़ रूपए की स्वीकृति भी प्रदान की है। वन विकास निगम के प्रबंध निदेशक राजेश गोवर्धन और कलेक्टर ओ.पी.चौधरी ने आज शाम ऑक्सीजोन पहंच कर दूसरे चरण के तहत चल रहे निर्माण कार्याे का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
गौरतलब है कि ऑक्सीजोन निर्माण के प्रथम चरण में ईएसी कॉलोनी स्थित 78 मकानों को तोड़ा गया है, दूसरे चरण में, जमीन का समतलीकरण, विद्युत के पोलों की शिफ्टिंग, सड़क, नाली व पाथवे का निर्माण तथा चारो तरफ ग्रिल लगाने का काम किया जा रहा है। ऑक्सीजोन के बाहर लीनियर पार्किंग के साथ 12 मीटर चौड़ी सीमेन्ट कांक्रीट की सड़क बनायी जा रही है जो गौरवपथ से जिला पंचायत के पीछे से होकर खालसा स्कूल की तरफ जाएगी।
न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क की तर्ज पर राजधानी रायपुर शहर के बीचोबीच बनाए जा रहे इस आक्सीजोन के निर्माण से जहां शहरवासियों को शहर के बीच में ही हरा-भरा, खुशनुमा, स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मिल सकेगा वहीं शहर के प्रदूषण को नियंत्रित करने में यह अहम भूमिका निभाएगा। यह शहर के लिए एक फेफड़े की तरह काम करेगा। कलेक्टोरेट परिसर के पीछे स्थित ईएसी कॉलोनी की करीब 19 एकड़ जमीन में स्मार्ट सिटी के अनुरूप रायपुर शहर को हरा-भरा बनाने के लिए इस ऑक्सीजोन का निर्माण जा रहा है। शहर के बीचोबीच इसके बनने से लोग यहां प्रकृति के सानिध्य के साथ ही वाकिंग, जागिंग, योगा, मेडिटेशन आदि का लाभ ले सकेंगे। वन विकास निगम द्वारा करीब 19 एकड़ में इसका निर्माण किया जाएगा। इसमें अलग-अलग प्रजाति के करीब 3 हजार पौधे भी लगाए जाएंगे। इसमें ऐसे पेड़ लगाए जाएंगे जिनसे अधिक मात्रा में आक्सीजन उत्सर्जित होती है साथ ही चिड़िया घोसला बनकर रहती हैं। इसके साथ ही यहां फूलदार व सुंगधित पौधे भी लगाए जाएंगे जिससे यहां लोगों को खुशनुमा वातावरण मिल सके। इसमें छोटे-छोटे लॉन के साथ ही वाटर बॉडी भी बनाई जाएगी। इसके चारों तरफ ग्रिल रहेगी जिससे गौरवपथ, पंडरी रोड और केनाल रोड से गुरजते समय लोग इसका सुंदर नजारा देख सकेंगे।