अहमदाबाद,गुजरात विधानसभा के दूसरे चरण के चुनाव के लिए भाजपा ने आज अपने 13 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। 14 दिसंबर को 93 सीटों पर होनेवाले चुनाव के लिए भाजपा को अब केवल 34 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना शेष रह गया है। भाजपा ने आज अपने उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी की है, जिसमें 4 वर्तमान विधायकों के नाम भी शामिल हैं। जबकि 6 नए चेहरों को अवसर दिया गया है। भाजपा की पांचवीं सूची में जातिगत समीकरणों का खास ध्यान रखा गया है। जिसमें ओबीसी के 5, पाटीदार 3, रबारी समाज के 2 और अन्य तीन उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। ऊंझा विधानसभा सीट के वर्तमान विधायक नारायण पटेल को रिपीट किया गया है। मेहसाणा जिले की ऊंझा सीट पाटीदार मतदाताओं का गढ़ है और इसे ध्यान में रखते हुए भाजपा ने वरिष्ठ नेता नारायण पटेल को दोबारा चुनाव मैदान में उतारा है। हांलाकि नारायण पटेल ने चुनाव लड़ने से इंकार किया था, परंतु पाटीदारों के आक्रोश को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने उन्हें फिर एक बार उम्मीदवार बनाया है। नारायण पटेल का कडवा पाटीदारों पर अच्छा खासा प्रभाव है। मेहसाणा जिले की कडी सीट से भाजपा ने नए चेहरे को अवसर दिया है। कड़ी सुरक्षित सीट से भाजपा ने करसन सोलंकी को मैदान में उतारा है। गत चुनाव में कांग्रेस मामूली वोटों के अंतर से कडी सीट जीत ली थी। पाटीदारों का गढ मानी जाती विजापुर विधानसभा सीट से रमण पटेल को भाजपा ने टिकट दिया है। पाटीदार फैक्टर को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने रमण पटेल को उम्मीदवार बनाया है। रमणलाल एक अग्रणी उद्योगपति हैं। गांधीनगर जिले की दहेगाम सीट से बलराजसिंह चौहाण को भाजपा ने टिकट दिया है। इसी जिले के माणसा विधानसभा सीट से अमित चौधरी को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। अमित चौधरी राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। माणसा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में ओबीसी और पाटीदारों का वर्चस्व है। बनासकांठा जिले की धानेरा सीट से रबारी समाज के अग्रणी मावजी देसाई को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। ओबीसी फैक्टर को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने डीसा मार्केट यार्ड के चेयरमेन मावजी देसाई को चुनाव मैदान में उतारा है। धानेरा निर्वाचन क्षेत्र में पशुपालक समाज के वर्चस्व है और यह क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ है। वर्ष 2012 के चुनाव में कांग्रेस की धानेरा सीट से जीत हुई थी। बनासकांठा जिले की वडगाम सुरक्षित सीट से भाजपा ने विजय चक्रवर्ती को मैदान में उतारा है। विजय चक्रवर्ती वडगाम जिला पंचायत के पूर्व प्रमुख हैं और कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। पाटण विधानसभा सीट से भाजपा ने रणछोड रबारी को रिपीट किया है। रणछोड रबारी भाजपा के वर्तमान विधायक और संसदीय सचिव हैं और पहले मंत्री भी रह चुके हैं। अरवल्ली जिले की ईडर सीट से गुजराती फिल्म अभिनेता हितेश कनोडिया को भाजपा ने टिकट दिया है। पिछले चुनाव में गांधीनगर जिले की कड़ी विधानसभा सीट से चुनाव हारने वाले हितेश कनोडिया को अबकि बार भाजपा के वर्तमान विधायक और गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष रमणलाल वोरा के क्षेत्र में उतारा गया है। भाजपा का गढ मानी जाती ईडर सीट बचाने के लिए हितेश कनोडिया को ईडर से उम्मीदवार बनाया है। मध्य गुजरात की कालोल सीट से भाजपा ने सुमन चौहाण को टिकट दिया है। प्रभातसिंह चौहाण के दबाव में आकर भाजपा ने उनकी पुत्रवधु को चुनाव मैदान में उतारा है। हांलाकि सांसद प्रभातसिंह चौहाण ने अपनी पत्नी के लिए टिकट मांगा था और टिकट नहीं मिलने की सूरत में निर्दलीय चुनाव लड़ने और भाजपा से इस्तीफा देने की धमकी भी दी थी। पूर्वी अहमदाबाद की ठक्करबापानगर सीट से वल्लभ काकडिया को रिपीट किया गया है। वल्लभ काकडिया गुजरात सरकार में मंत्री हैं और वे दोबारा टिकट प्राप्त करने में सफल रहे हैं। पाटीदार वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने वल्लभ काकडिया को रिपीट किया है। वहीं मध्य गुजरात की नडियाद सीट से भाजपा ने विधायक पंकज देसाई को रिपीट किया है। पंकज देसाई विधानसभा में दंडक हैं और लगातार 4 चुनाव से जीतते आ रहे पंकज देसाई किसी जमान में कांग्रेस कार्यकर्ता थे। धंधुका सीट से भाजपा ने नए चेहरे को अवसर दिया है। भाजपा के वर्तमान विधायक लालजी पटेल के बजाए कालू डाभी को उम्मीदवार बनाया है। स्थानीय असंतोष को ध्यान में रखते हुए लालजी पटेल का पत्ता कट गया है। कालू डाभी का कोली मतदाताओं का काफी प्रभाव है।