बीजिंग, एयर चाइना ने उत्तर कोरिया के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं जिससे बाहरी दुनिया के साथ उत्तर कोरिया के संबंध और सीमित हो गए हैं। चीनी सरकार ने इस फैसले को कारोबारी बताया और कहा कि इसके पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं है। उड़ानें रद्द करने का मामला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बीजिंग यात्रा के थोड़े वक्त बाद का है। यात्रा के दौरान ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग पर उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाने के लिए और कदम उठाने का दबाव बनाया था।
उत्तर कोरियाई परमाणु और मिसाइल परीक्षणों की श्रृंखला के बाद चीन ने अपना विशेष दूत सॉन्ग ताओ को पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया भेजा था, लेकिन उनकी चार दिन की यात्रा के बाद संकट पर कोई सीधा बयान नहीं आया। एयर चाइना ने कम ग्राहक होने का हवाला देते हुए अप्रैल में उत्तर कोरिया के लिए उड़ानों को रद्द किया था, लेकिन थोड़े वक्त बाद ही उड़ानों को बहाल कर दिया था। एयरलाइन के ग्राहक सेवा प्रतिनिधि ने कहा कि बीजिंग से प्योंगयांग के मार्ग पर बुधवार (22 नवंबर) को कोई उड़ान नहीं है. चीन ने मार्ग पर एयरलाइन द्वारा उड़ानों को रद्द करने के फैसले के पीछे किसी राजनीतिक मंशा से इनकार किया है।
गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर मंगलवार (21 नवंबर) को नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। इससे पहले उसने उत्तर कोरिया को आतंकवाद प्रायोजित करने वाला देश करार दिया था। उत्तर कोरिया भी ईरान, सूडान और सीरिया की कतार में शामिल हो गया है जो अमेरिका की आतंकवाद से जुड़ी प्रतिबंधित सूची में शामिल हैं।