भोपाल,फिल्म पद्मवती को लेकर यूपी और राजस्थान में बैंन किए जाने के बाद सोमवार को मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म ‘पद्मवती’ के संबंध में घोषणा की। शिवराज ने कहा कि यदि इसमें ऐतिहासिक तथ्यों के साथ खिलवाड़ कर चित्तौड़ की महारानी (रानी पद्मावती) के सम्मान के खिलाफ दृश्य रखे गए तो उस फिल्म को मध्य प्रदेश में रिलीज करने की अनुमति नहीं दी जायेगी। चौहान ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर राजपूत समाज के सम्मेलन में यह घोषणा करते हुए कहा, इतिहास पर जब फिल्में बनायी जाती हैं तो ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। पूरा देश एक स्वर में कह रहा है कि फिल्म में ऐतिहासिक मूल्यों से खिलवाड़ किया गया है। इसलिये मैं पूरे जोश और होश में यह कह रहा हूं कि ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ कर अगर रानी पद्मावती के सम्मान के खिलाफ दृश्य रखे गये हैं,तो उस फिल्म का प्रदर्शन मध्य प्रदेश की धरती पर नहीं होगा।
उन्होंने कहा, भारतीय नारी अपने सम्मान की रक्षा के लिये राख के ढेर में तब्दील हो सकती है। महारानी पद्मावती भारतीय नारी का सच्चा प्रतिबिंब हैं। हम बचपन से रानी पद्मावती के त्याग और जौहर के बारे में पढ़ते आये हैं।मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही देश के वीरों की स्मृति में भोपाल में बनने वाले वीर भारत स्मारक स्थल में महारानी पद्मावती का भी स्मारक बनाने की घोषणा की। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से राजपूत समाज के लोग सोमवार को यहां मुख्यमंत्री से मिले और उनसे फिल्म पद्मावती पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।इधर,मुख्यमंत्री निवास पर राजपूत क्षत्रिय समाज के लोगों को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा -रानी पद्मावती के जीवन और शौर्य गाथा से सम्बंधित ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर बनी फिल्म रानी पद्मावती का प्रदर्शन मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं होगा। रानी पद्मावती के बलिदान का अपमान देश और प्रदेश स्वीकार नहीं करेगा। में पद्मावती शौर्य स्मारक बनेगा, महिलाओं के लिए उतकृष्ट कार्य करने वालों को राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार दिया जायेगा। इसके साथ ही प्रदेश में फिल्म की रिलीजिंग पर प्रतिबंध लगा दियाा है।शिवराज ने कहा की रानी पद्मावती की शौर्य गाथा को प्रदर्शित करने स्मारक स्थापित किया जाएगा। भावी पीढ़ी के लिए प्रस्तावित वीर भूमि प्रकल्प में वीरों की शौर्य गाथाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। मुख्यमंत्री बोले- भारत ने कहा कि भारत ने दुनिया को वीरता का पाठ पढ़ाया है। भारत के वीरों ने अपनी गरिमा, आत्म-सम्मान और मातृभूमि के लिए प्राणों का बलिदान दिया है। अपने मान-सम्मान की रक्षा के लिए बलिदान देने की भारतवर्ष की अद्भुत वीरगाथाओं का उदाहरण पूरी दुनिया में नहीं मिलता। चौहान ने कहा कि महिलाओं के सम्मान के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्ति को राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसी प्रकार वीरता के लिए महाराणा प्रताप पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।