नई दिल्ली, कोच पुलैला गोपीचंद की 14 साल की बेटी गायत्री गोपीचंद ने ऑल इंडिया जूनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट के अंडर-19 वर्ग में महाराष्ट्र की पूर्वा को हराकर खिताब जीता है। गायत्री ने इसके साथ ही नया इतिहास भी रचा है। इससे पहले गायत्री की मां पीवीवी लक्ष्मी ने भी 26 साल पहले वर्ष 1991 में यह खिताब जीता था।।
लड़कियों के अंडर-19 वर्ग के फाइनल में गायत्री ने महाराष्ट्र की पूर्वा बारवे को 23-21, 21-18 से हराया। पहले गेम में गायत्री और पूर्वा एक समय 18-18 की बराबरी पर थीं। इसके बाद स्कोर 21-21 भी हो गया। फिर गायत्री ने दो अंक बनाते हुए पहला सेट जीत लिया। इसके बाद दूसरे सेट में भी दोनों खिलाडिय़ों ने शानदार खेल दिखाया और स्कोर बराबर ही चलता रहा। पहले स्कोर 14-14 और फिर 16-16 रहा। इसके बाद गायत्री ने 21-18 से सेट के साथ ही ट्रॉफी भी जीत ली। मैच के दौरान गायत्री की मां लक्ष्मी और पूर्वा की मां भी अपनी-अपनी बेटी का हौसला बढ़ाती रहीं।
लक्ष्मी ने बताया कि बेटी गायत्री की जीत मेरी जीत से बड़ी है, क्योंकि मैंने 17 साल की उम्र में यह टूर्नामेंट में जीता था, जबकि गायत्री अभी 14 साल की है। उन्होंने बताया कि अब खिलाड़ी बेहद पेशेवर हैं। वह कड़ी मेहनत करते हैं।
वहीं गायत्री के कोच विजय कुमार ने बताया कि गायत्री इसलिए जीती है, क्योंकि वह तकनीकी रूप से बेहद मजबूत हैं। इसके अलावा एकेडमी में वह अपने से सीनियर खिलाडिय़ों से लगातार अभ्यास करती रहती हैं। इसलिए इस मैच में अपनी सीनियर खिलाड़ी पूर्वा का सामना करते हुए वह बिल्कुल शांत लग रही थी। गायत्री ने कहा कि अभी दिसंबर में होने वाले जूनियर नेशनल की वह तैयारी कर रही हैं।
गोपीचंद की बेटी गायत्री ने जूनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट जीता
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