कोलकाता, भारत और श्रीलंका के बीच यहां ईडन गार्डन्स में खेला गया पहला टेस्ट रोमांचक मुकाबले के बाद ड्रॉ रहा। खराब रोशनी के कारण पांचवें दिन भी मैच समय से पहले समाप्त कर दिया गया। इस कारण मेहमान लंकाई टीम हार से बच गयी। खेल समाप्त होने के समय तक जीत के लिए जरुरी 231 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए लंकाई टीम ने अपनी दूसरी पारी में 75 रनों पर ही सात विकेट गंवा दिये थे। इस प्रकार भारतीय टीम जीत के बेहद करीब पहुंच गयी थी। मैच के अंतिम दिन भारत ने गेंद और बल्ले से शानदार खेल दिया। कप्तान विराट कोहली ने नाबाद शतक लगाया, वहीं भुवनेश्वर ने चार विकट लिए। इस मैच में भारत ने पहली पारी में 172 रन और दूसरी पारी में 352 रन बनाए। वहीं श्रीलंका ने पहली पारी में 294 रन और दूसरी पारी में 7 विकेट खोकर 75 रन बनाए।
भारतीय टीम की दूसरी पारी अच्छी रही। विराट ने कप्तानी पारी खेलते हुए मैच के आखिरी दिन शतक जड़कर नया रिकार्ड बनाया। उन्होंने 119 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौकों और 2 छक्कों की मदद से नाबाद 104 रन बनाए। इससे पहले भारत ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 1 विकेट खोकर 173 रन बनाए थे। मैच में जीत के लिए श्रीलंका के सामने 231 रन का लक्ष्य था। इस समय तक ऐसा लग रहा था कि मैच नीरस ड्रॉ के रूप में समाप्त होगा लेकिन श्रीलंका की दूसरी पारी की शुरुआत से ही भारतीय गेंदबाजों ने विकेट लेने का जो सिलसिला शुरू किया उसके बाद जीत की उम्मीदें बंधने लगी थी। आखिरकार समय की कमी भारत की जीत की राह में आड़े आ गई. 26.3 ओवर के बाद जब मेहमान टीम का स्कोर सात विकेट पर 75 रन था जब अम्पायरों ने खेल समाप्त घोषित कर दिया। टीम इंडिया के लिए भुवनेश्वर कुमार ने सर्वाधिक चार विकेट लिए। शमी ने दो और उमेश यादव ने एक विकेट लिया।
श्रीलंका को दूसरी पारी की शुरुआत बेहद खराब रही। पहले ही ओवर में समरविक्रमा (0) का विकेट गंवाना पड़ा। उन्हें ओवर की आखिरी गेंद पर भुवनेश्वर कुमार ने बोल्ड किया। जल्द ही दिमुथ करुणारत्ने (1) भी आउट हो गए जिन्हें मो. शमी ने बोल्ड किया। तीसरे विकेट के रूप में लाहिरु तिरिमाने (7) और चौथे विकेट के रूप में एंजेलो मैथ्यूज (12) के आउट होने से श्रीलंका टीम संकट में आ गई। तिरिमाने को जहां भुवनेश्वर ने अजिंक्य रहाणे से कैच कराया, वहीं मैथ्यूज को उमेश ने एलबीडब्ल्यू किया। मैथ्यूज के खिलाफ उमेश की अपील को मैदानी अम्पायर ने खारिज कर दिया था लेकिन तीसरे अम्पायर ने फैसला भारत के पक्ष में दिया। इसके बाद दिनेश चंदीमल और निरोशन डिकवेला ने पांचवें विकेट के लिए 41 रन जोड़कर संघर्ष करने का प्रयास किया। श्रीलंका का पांचवां और महत्वपूर्ण् विकेट कप्तान दिनेश चंदीमल (20 रन, 33 गेंद) के रूप में गिरा, जिन्हें मोहम्मद शमी ने बोल्ड किया।
श्रीलंका का छठा विकेट निरोशन डिकेवला (27 रन, 36 गेंद, दो चौके, दो छक्के) के रूप में गिरा जिन्हें भुवनेश्वर ने एलबीडब्ल्यू किया। इस फैसले के खिलाफ डिकेवला ने रिव्यू लिया लेकिन फैसला उनके खिलाफ ही रहा। इसी ओवर में अम्पायर ने दिलरुवान परेरा को भी एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया था लेकिन तीसरे अम्पायर ने फैसला बल्लेबाज पक्ष में दिया। श्रीलंका का स्कोर जब सात विकेट पर 75 रन था तब अम्पायरों ने खेल समाप्त घोषित कर दिया. इस तरह मैच ड्रॉ रहा।
इससे पहले सुबह पांचवें दिन की शुरूआत भारत के लिए अच्छी नहीं रही। लोकेश राहुल 79 रन बनाकर लोकेश राहुल की गेंद पर आउट हुए। वहीं इसके बाद चेतेश्वर पुजारा भी 22 रन बनाकर पवेलियन लौटे। उन्हें लकमल ने आउट किया। पुजारा के जाने के अजिंक्य रहाणे बल्लेबाजी करने आए पर वह भी खाता खोले बिना ही लकमल की गेंद पर पेवेलियन लौट गये। रविन्द्र जडेजा 9 रन बनाकर परेरा की गेंद पर आउट हुए। अश्विन 7 रन बनाकर शनका की गेंद पर आउट हुए। साहा 5 और भुवनेश्वर 8 रन बनाकर आउट हुए।