जबलपुर, १७ नवबंर, गौर समाधि रोड स्थित केंद्रीय विद्यालय टीएफआरआई को बंद किए जाने की सुगबुगाहट के बीच क्षेत्रीय नागरिक और स्कूल का स्टाफ खफा हो गया और कल सड़कों पर उतर आया। बताया गया है की टीएफआईआर प्रबंधन द्वारा फंड नहीं दिये जाने से पिछले तीन महीने से शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है और दूसरी तरफ स्कूल में पदस्थ शिक्षकों के तबादले कर दिए गये। बीच सत्र में शिक्षकों के तबादले करने से अध्ययन-अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है। एक तरफ क्षेत्रीय नागरिक और अभिभावक स्कूल बंद किए जाने का विरोध कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर स्टाफ तीन महीने से वेतन नहीं मिलने से परेशान है। चका जाम की खबर मिलते ही कलेक्टर महेश चंद्र चौधरी मौके पर पहुँच गए और उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्दी सब कुछ ठीक कर लिया जाएगा जबकि जबलपुर के सांसद राकेश सिंह ने भी कहा है कि केंद्रीय विद्यालय बंद नहीं होने दिया जाएगा। क्षेत्रीय नागरिक राम कुमार साहू ने बताया कि टीएफआरआई कार्यालय के पास स्थित यह केंद्रीय विद्यालय पिछले २४ सालों से चल रहा है। इसके पहले विद्यालय संचालन के लिए केंद्रीय उष्ण कटिबंधिय अनुसंधान केंद्र (टीएफआरआई) प्रबंधन शिक्षकों के वेतन भुगतान व भवन के लिए सहयोग करता था। लेकिन अब टीएफआरआई प्रबंधन ने अपने हाथ खींच लिए हैं जिससे पिछले तीन महीने से शिक्षकों को वेतन नहीं मिला। गौरतलब है कि इस स्कूल में कृषकों, आदिवासियों, आर्मी के जवानों के अलावा अन्य वर्ग के पाँच सौ बच्चे पढ़ रहे हैं। हालांकि प्रचार्य श्रीमती दिप्ती भटनागर का कहना है कि तीन माह से शिक्षकों को वेतनमान नहीं मिला है उनका भी अपना परिवार है। टीएफआरआई प्रबंधन बजट नहीं दे रहा है जिससे शिक्षकों को घर चलाने में परेशानी हो रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस सत्र के बाद इस स्कूल को बंद कर दिया जाएगा। इन्हीं सब बातों को लेकर अभिभावकों और शिक्षकों ने चक्काजाम किया करीब एक घंटे तक समाधि रोड बंद रही प्रशासन के आश्वासन के बाद चक्काजाम खत्म हुआ।