टोक्यो, जापान और अमेरिका ने उत्तर कोरिया को अपनी ताकत दिखाने के लिए संयुक्त नौसैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हाल की एशिया यात्रा में उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वाकांक्षा का मुद्दा छाया रहा। अमेरिकी नौसेना ने एक बयान में कहा कि 10 दिन चलने वाले इस अभ्यास में करीब 14 हजार अमेरिकी सैनिक, विमान वाहक अमेरिकी जहाज रोनाल्ड रीगन और मिसाइल विध्वंसक शामिल होंगे और ये दक्षिण जापान में ओकिनावा के आसपास के समुद्र में तैनात होंगे। हाल के महीनों में अपने परमाणु और मिसाइल परीक्षणों से क्षेत्र में तनाव पैदा करने वाला उत्तर कोरिया आक्रमण के लिए ऐसे सैन्य अभ्यासों की निंदा करता रहा है और कई बार वह इसके जबाव में अपना सैन्य अभ्यास भी करता है। बयान में कहा गया है कि इस वार्षिक अभ्यास का मकसद हवा और समुद्री अभियान में प्रशिक्षण के जरिए जापान और अमेरिकी सेनाओं के बीच अपनी रक्षा के लिए तत्पर कार्रवाई की क्षमता को बढ़ाना है। इससे पहले अमेरिकी विमान वाहक पोतों ने पश्चिमी प्रशांत महासागर में संयुक्त अभ्यास किया था। इस अभ्यास में जापानी सेना और दक्षिण कोरियाई युद्धपोतों ने भी भाग लिया था।