भोपाल,भारतीय जनता पार्टी अपने बुजुर्ग नेताओं को एक बार पुनः जोड़ने के लिए उनकी यादों को संजोने का काम कर रही है। मोदी सरकार आने के बाद 75 पार के नेताओं को घरों में बैठा दिया गया था किंतु अब इनकी जरूरत और याद वर्तमान नेतृत्व को सताने लगी हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश भर के उपेक्षित और बुजुर्ग 5000 नेताओं को सक्रिय करने के लिए भाजपा ने इस चुनावी वर्ष में उनकी यादों के सहारे उन को जोड़ने का प्रयास कर रही है। पार्टी के जिन बुजुर्ग नेताओं ने कभी विधान सभा, लोक सभा तथा संगठन के महत्वपूर्ण पद पर रहे हैं। उनकी यादें मांगी जा रही हैं। शीर्ष नेताओं ने उन्हें यदि कोई पत्र लिखे हैं, कोई दस्तावेज है, उनकी कोई फोटो है, तो उन्हें भाजपा उन्हें लेकर अपने ग्रंथालय विभाग में उसका दस्तावेज तैयार कराकर बुजुर्ग नेताओं को अपने से जोड़ने की एक बार फिर कोशिश कर रही है
पिछले 15 साल के भाजपा शासनकाल में इन बुजुर्ग नेताओं को लगभग भुला दिया गया था लेकिन अब उनकी पुरानी यादों को ताजा कर के उन्हें जोड़ने के लिए भाजपा संगठन प्रयास कर रहा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार चौहान का मानना है, कि पुराने नेताओं से पार्टी का संवाद स्थापित होगा। वही जो दस्तावेज और पुराने पत्र एवं फोटो हैं। वह भी भाजपा कार्यालय के काम आएंगे। भाजपा संगठन ने इस काम के देखरेख का जिम्मा अनिल सप्रे को दिया है।