मनीला,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 15वें भारत-आसियान सम्मेलन में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी आशियान देशों को एक साथ आना होगा। भारत-आसियान वार्ता साझेदारी के 25 वर्ष पूरे होने के मौके पर सम्मेलन में मोदी ने कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ इस वक्त सबसे बड़ा खतरा हैं, जिनका सामना हम लोग कर रहे हैं। हममें से हर किसी ने आतंकवाद और चरमपंथ से लड़ने की काफी कोशिशें की हैं। पर दुनिया को समझ लेना चाहिए कि इस बुराई से हम अपने-अपने तरीकों से नहीं निपट सकते हैं। जब समस्या वैश्विक है, तो उसका समाधान भी पूरी दुनिया मिलकर करे। अब वक्त आ गया है कि हम मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ें और इस संबंध में अपना सहयोग को बढ़ाएं। उन्होंने कहा, इस क्षेत्र के विकास के लिए नियम आधारित सुरक्षा व्यवस्था ढांचे के तहत भारत आसियान को अपना समर्थन जारी रखेगा। आसियान के 50 वर्ष गौरव, उल्लास और आगे की ओर सोचने का मौका हैं। बता दें कि भारत आसियान को अपनी एक्ट ईस्ट नीति के तहत प्रमुखता से रखता है। मोदी ने याद दिलाया कि आसियान के साथ भारत के संबंध पुराने हैं और हम सहयोग को और मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने आसियान नेताओं से कहा, हम क्षेत्र में कानून आधारित सुरक्षा व्यवस्था के लिए आसियान को अपना समर्थन जारी रखेंगे। दुनिया की कोई ताकत हमें आसियान का समर्थन करने से नहीं रोक सकती है।
मोदी ने जापान और वियतनाम के पीएम से की मुलाकात
मनीला, फिलीपींस में आसियान शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और वियतनाम के पीएम गुयेन जुआन फक से मुलाकात की। मोदी ऑस्ट्रेलियाई पीएम मैल्कम टर्नबुल से भी मिले। इस मुलाकात को कई मामलों में अहम माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि चीन को घेरने की रणनीति के तहत भारत का जापान, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम और अमेरिका के साथ आना महत्वपूर्ण है। हालांकि, आसियान में अब तक चीन और दक्षिण चीन सागर का कोई मामला नहीं उठा है, लेकिन इस मुद्दे पर चीन और वियतनाम के रिश्तों में खटास है। ऐसे में भारत का वियतनाम के साथ जाना एक नई रणनीति की तरफ इशारा करता है। इससे पहले मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति और फिलीपींस के राष्ट्रपति से मुलाकात की। मोदी और फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते की बैठक के बाद दोनों देशों के बीच चार समझौतों पर दस्तखत हुए। इनमें एक समझौता रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का भी है। वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात में भी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
दुतेर्ते से मिले मोदी, भारत और फिलीपींस में रक्षा समझौता
मनीला, आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते से भेंट की। इस बैठक के बाद दोनों देशों के बीच चार समझौतों पर दस्तखत हुए। इनमें एक समझौता रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का भी है। उल्लेखनीय है कि मोदी 36 साल बाद फिलीपींस की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं। विदेश मंत्रालय में पूर्वी मामलों की सचिव प्रीति शरण ने बताया कि राष्ट्रपति दुतेर्ते के साथ उनकी मुलाकात बेहद गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। प्रधानमंत्री ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में फिलीपींस से सहयोग बढ़ाने की इच्छा जताई। दूसरी तरफ, दुतेर्ते ने अच्छी और सस्ती दवाएं बनाने के लिए भारतीय दवा निर्माता कंपनियों से अपने देश में निवेश करने का आग्रह किया। इस बीच, दक्षिण-पूर्ण एशियाई देशों ने सोमवार को चीन के साथ दक्षिण चीन सागर में आचार संहिता पर चीन के साथ बातचीत करने की घोषणा की है। इसे विवाद के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।