नई दिल्ली,हमारे घरों में खाने में स्वाद का काम नमक के द्वारा ही तय होता है। इसके कारण खाना में कितने भी मसाले डाल लें,नमक नहीं हो तो खाना बेस्वाद है। नमक में सोडियम, आयोडीन, पोटैशियम और कैल्शियम होता है। ये स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी जरूरी है। सब्जी में ऊपर से नमक डालने से हम अनजाने ही कई बीमारियों को न्यौता दे रहे होते हैं। नमक ज्यादा खाने से रक्तचाप संबंधी समस्या भी बढ़ने लगती है। जितनी भी दिल से जुड़ी बीमारियां हैं, वे रक्तचाप के कारण ही होती हैं। शरीर के मुख्य अंग ज्यादा नमक के सेवन से प्रभावित होने लगते हैं। रोटी, चावल, दलिया आदि खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक तौर पर सोडियम मौजूद होता है। इनमें नमक न भी डाला जाए तो भी सोडियम की पूर्ति हो जाती है। सेहतमंद रहने के लिए किसी भी डिश में ऊपर से नमक डालना जरूरी नहीं है। ज्यादा नमक खाने की आदत को धीरे-धीरे कम करें। रोजाना के खाने में ज्यादा नमक का सेवन करने पर रोजाना नमक के सेवन की मात्रा नौ से दस ग्राम पहुंच जाती है। ऐसा करने से सेहत से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। डाइट में नमक की मात्रा पांच ग्राम तक ही सीमित रखना चाहिए।
कुछ सब्जियां जो लोगों को कम ही पसंद हैं, कई बार उनका स्वाद बढ़ाने के लिए नमक ज्यादा मात्रा में डालने लगते हैं। सलाद में ज्यादा मात्रा में नमक डालना,खाने के साथ सब्जी की तरह ढेर सारा अचार खाना आदि पहली नजर में बेहद सहज लगता है,लेकिन धीरे-धीरे खानपान से जुड़ी ये आदतें हमारे शरीर में प्रतिदिन पांच ग्राम से ज्यादा नमक पहुंचाने लगती हैं। प्रोसेस्ड फूड को डाइट में कम-से-कम मात्रा में शामिल करें। इनमें नमक और चीनी दोनों की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। फल खा रहे हों या सलाद या फिर सामान्य तौर पर खाना, नमक कम लगने पर हम ऊपर से नमक डालने लगते हैं, यह सेहत के लिए ठीक नहीं है।