इंदौर,लंबे समय बाद शराब व्यवसायी केडिया ग्रुप के ठिकानों पर आयकर विभाग ने कार्यवाही की है। कोई तीस से अधिक ठिकानों पर एक साथ टीम पहुंची। इंदौर के अलावा बड़वाहा, घाटा बिल्लौद और पीथमपुर के साथ ही केडिया ग्रुप के रिश्तेदारों के यहां भी अलसुबह अधिकारी पहुंचे और जांच की कार्यवाही शुरू की। जांच के दौरान कई प्रशासनिक अधिकारियों और नेताओं के नाम भी सामने आए हैं जिनसे वे लाभान्वित हुए। इसमें आबकारी अधिकारी ज्यादा हैं।
जानकारी के अनुसार प्रदेश के सबसे बड़े शराब व्यवसायी केडिया ग्रुप के एसोसिएटेड अल्कोहल एंड बेवरेजेज लिमिटेड पर मंगलवार सुबह आयकर विभाग ने कार्यवाही की। ग्रुप के संचालक ए.के. केडिया और पी.के. केडिया की श्रीनगर स्थित आलीशान कोठी के अलावा वंâचनबाग में रहने वाले रिश्तेदार और बड़वाह, घाटाबिल्लौद, पीथमपुर, धामनोद, रतलाम सहित दर्जनों ठिकानों पर कार्यवाही हुई। सुबह करीब छह बजे शुरू हुई इस कार्यवाही में विभाग के 300 से ज्यादा अधिकारियों के साथ भारी पुलिस साथ में मौजूद था।
सूत्रों के मुताबिक शुरूआती जांच में शराब फैक्ट्रियों की आड़ में केडिया बंधुओं द्वारा दो दर्जन से ज्यादा वंâपनियां बनाकर काली कमाई निनवेश किए जाने का पता चला है। इसके अलावा दो दर्जन से ज्यादा बैंक खाते और लॉकर, अन्य प्रदेशों में भी प्रॉपर्टी के साथ ही निवेश संबंधी महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। इसके अलावा कुछ कागजी वंâपनियां बनाकर नोटबंदी के दौरान और उसके पहले करोड़ों रूपए निवेश किए जाने संबंधी खुलासे हुए। केडिया ग्रुप पर कार्यवाही के दौरान आयकर अधिकारियों के साथ ऐसे महत्वपूर्ण दस्तावेज भी लगे, जिनमें कई बड़े प्रशासनिक पदों पर बैठे अधिकारियों के अलावा दोनों ही प्रदेश के कई वजनदार नेताओं के नाम भी सामने आए हैं जिन्होंने केडिया बंधुओं के माध्यम से काली कमाई निवेश की है। इसमें कई नेता विधानसभा चुनाव लड़ने के साथ ही पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर भी रहे।