रायपुर, बालदिवस के अवसर पर आयोजित रविशंकर स्टेडियम दुर्ग में होने वाले समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि अगर वो डॉक्टर या मुख्यमंत्री नहीं होते तो सेना में होते। सेना में जाने का मेरा सपना था। मैं आर्मी ज्वाइन करना चाहता था, लेकिन वे राजनीति में आ गये। क्रिकेट में बेहद काबिल खिलाड़ी रहे। मुख्यमंत्री एक उम्दा क्रिकेटर भी बन सकते थे। उन्होंने स्वयं कहा कि उनकी तमन्ना तो सेना में जाने की थी। वर्दी में उन्हें हमेशा आकर्षित किया करती थी। इसलिए उन्हें आर्मी में जाने का खूब शौक था। आज मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भिलाई में आयोजित जिलास्तरीय बाल मेले में बच्चों के बीच खास पल को यादगार बना रहे थे। इस दौरान बच्चों के बीच परिसंवाद के दौरान एक बच्चे ने पूछा कि अगर आप डाक्टर या मुख्यमंत्री नहीं होते तो क्य होते। उन्होंने तपाक से जवाब दिया। अगर वो डाक्टर या मुख्यमंत्री नहीं होते तो सेना में होते। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह दोपहर एक बजे कार्यक्रम स्थल पहुंचे। मेला स्थल पर मुख्यमंत्री बच्चों के साथ लगभग एक घंटा रहे। इस दौरान वे बालमेला में उपस्थित बच्चों एवं पालकों से सीधे संवाद की। साथ ही बच्चों को संबोधित कर उनका उत्साहवर्धन किया। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत बच्चों को मिली सुविधा ‘प्रयास’ विद्यालय में पढ़कर प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए विद्यार्थियों, छात्रावास और आश्रमों में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थियों से मुख्यमंत्री भविष्य निर्माण के लिए आवश्यक जानकारी और उनका अनुभव भी सुनें। विद्यार्थियों के अनुभवों से योजनाओं को और अधिक प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए योजना तैयार करने में भी सहायता ली जायेगी। कार्यक्रम में स्कूली शिक्षामंत्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू,राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडे, उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय उपस्थित रहे।