भोपाल,गैंगरेप पीड़ित युवती की गलत मेडिकल रिपोर्ट बनाने के मामले में महिला आयोग ने भी संज्ञान ले लिया है। सुल्तानिया अस्पताल के अधीक्षक गैंगरेप पीड़िता की गलत मेडिकल रिपोर्ट मामले में मीडिया के सामने हंसते हुए कैमरे में कैद हो गए थे। इस मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष लता वानखेड़े ने वीडियो देखने के बाद अधीक्षक डॉ. करण पीपरे तो फटकार लगाते हुए पूछा कि आप इतने संवेदनशील कैसे हो सकते हो। आयोग ने डॉ. पीपरे के साथ मेडिकल रिपोर्ट बनाने वाली दो निलंबित महिला चिकित्सकों को भी तलब किया है। जानकारी के मुताबिक आयोग की बेंच में पहुंची दोनों डाक्टरों ने अपना पक्ष आयोग के सामने रखा। महिला आयोग अध्यक्ष तला बानखेडे ने कहा कि सुनवाई के दौरान सामने आया कि पीडिता की मेडिकल रिपोर्ट में हुई गलती में पूरा विभाग ही अंजान था। उन्होंने कहा कि इस लापरवाही के लिए मेडिकल प्रशासन पूरी तरह से दोषी है जिसके चलते दोनों डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की अनुशंसा की जायेगी। आयोग अध्यक्ष ने आगे कहा कि घटनाक्रम में हास्पिटल डीन को तलब किया जायेगा उनका कहना था कि सुल्तानिया अस्पताल अधीक्षक करण पिपरे पर सिर्फ हास्पिटल की जिम्मेदारी है, मेडिकल रिपोर्ट की नहीं इसमें डीन की भी लापरवाही है जिन्हें तलब किया जायेगा। गौरतलब है कि 31 अक्टूबर को पीएससी की तैयारी कर रही 19 वर्षीय छात्रा के साथ चार ने गैंगरेप किया था। इस मामले में सुल्तानिया अस्पताल की जूनियर चिकित्सक डॉ. खुशबू गजभिए ने प्रारंभिक मेडिकल रिपोर्ट में सहमति से संबंध लिख दिया था। इस रिपोर्ट को सीनियर डॉक्टर संयोगिता सेहलम और अस्पताल अधीक्षक डॉ. करण पीपरे ने बिना देखे रिपोर्ट जारी कर दी थी।