जबलपुर, करेली से इलाज के लिय जबलपुर लाये गये एक गरीब मरीज की उपचार के दौरान कल रात मौत हो गई। बताया गया है कि मरीज को कुछ दिनों पहले बैल ने मार दिया था, जिससे उसकी गर्दन और कमर में चोट आ गई थी। करीब 10 दिन पहले जबलपुर के सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। मरीज अत्यंत गरीब था और उसके पास गरीबी का कार्ड था। अस्पताल प्रबंधन ने उससे कहा था कि मजदूरी के कार्ड के आधार पर इलाज का खर्च स्वीकृत करा लिया जायेगा। इसके बाद इलाज शुरू हुआ और 10 दिन बाद मरीज की मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधने एक लाख रुपयों को बिल थमा दिया और शव को बंधक बना लिया। जिससे अस्पताल में सुबह हंगामे की स्थिति बन गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया और लाश को परिजनों के सुपुर्द कराई। घटना के संबंध में बताया गया है कि करेली के ललित नगर निवासी 42 वर्षीय नर्मदा प्रसाद विश्वकर्मा को कुछ दिन पहले बैल ने मार दिया था जिससे उनकी सिर, कमर व गर्दन में चोट आई थी। करीब 10 दिन पहले उन्हें जबलपुर के नागरथ चौक स्थित सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। करेली निवासी 42 वर्षीय नर्मदा प्रसाद विश्वकर्मा की कल रात इलाज के दौरान मौत हो गई। नर्मदा प्रसाद के परिजनों ने गरीबी का हवाला देते हुये गरीबी कार्ड दिखाया था। मृतक के रिश्तेदान ललित विश्वकर्मा ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने कहा था कि गरीबी कार्ड के आधार पर इलाज का बिल स्वीकृत करा लिया जायेगा और इसके बाद उसका इलाज शुुरू किया गया। रिश्तेदार के मुताबिक कुछ दिन बाद डॉक्टर ने अचानक कहा कि ऑपरेशन करना पड़ेगा और 60-70 हजार रुपये जमा कराने कहा। गरीब परिवार ने किसी तरह से पैसा जमा किया। इसके बाद उनसे कहा गया कि ये फाईल लेकर जाओ और नरसिंहपुर के सीएमओ से साईन कराकर लाओ, जिससे इलाज की राशि मिल सके। परिजनों ने बताया कि उन्होंने साईन करा लिये इसी बीच मरीज की मौत हो गई और अस्पताल प्रबंधन पैसे जमा कराने के लिए अड़ गया और लाश को बंधक बना लिया। इस बात को लेकर हंगामा हो गया। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को निपटाया।