मुंबई, फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों में अब भी फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। फिल्म का विरोध करने वाले लोग फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने देने की धमकियां दे रहे हैं। इस बीच मुजफ्फरनगर दंगों पर केंद्रित फिल्म मुजफ्फरनगर : द बर्निग लव’ का विरोध शुरू हो गया है।
2013 में हुए उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर दंगों पर आधारित फिल्म ‘मुजफ्फरनगर : द बर्निग लव’ को लेकर विरोध शुरू हो गया है। फिल्म 17 नवंबर को प्रदर्शित होनी है। फिल्म के निर्देशक हरीश कुमार की इस फिल्म के खिलाफ कुछ लोग विरोध कर रहे हैं। कुमार ने एक साक्षात्कार में कहा कि सांप्रदायिक दंगों के बुरे प्रभाव को मैंने फिल्म में दिखाने की हिम्मत की है। उन्होंने सवाल किया जब सेंसर बोर्ड ने फिल्म को पास कर दिया है, तो फिर विरोध क्यों किया जा रहा है?
हरीश कुमार के मुताबिक यह फिल्मकार ही हैं जिनमें सांप्रदायिक दंगों के बुरे प्रभाव को दिखाने की हिम्मत होती है। कला को इसी नजर से देखना चाहिए। अगर फिल्म में कुछ गलत होता तो सेंसर बोर्ड इसे रोक देता। कौन लोग हैं जो फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने देना चाहते? ऐसा है तो फिर सेंसर बोर्ड का क्या अर्थ है?’ संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ का हवाला देते हुए कुमार ने कहा, ‘फिल्म निर्माताओं को आसानी से निशाने पर लिया जा सकता है। हमेशा से ऐसा होता रहा है। अगर यह सिलसिला जारी रहा तो फिल्म निर्माताओं के लिए भी वही हालात हो जाएंगे जो आत्महत्या करने वाले किसान के होते हैं।