गुरुग्राम, प्रद्युम्न हत्याकांड में हिरासत में लिया गया छात्र जांच के दौरान सीबीआई अधिकारियों से इतना हिल मिल गया कि उनके जैसा ही बनने की जिद करने लगा। छात्र ने सीबीआई अधिकारियों से कहा कि अंकल मुझे भी आप जैसा कॉप बनना है, मुझे ऑब्जर्वेशन होम नहीं जाना है। आपके साथ चलना है। कक्षा 11 के छात्र को एडवेंचर और एक्शन बहुत पसंद है। वह बड़ा होकर इंटेलिजेंट कॉप (तेजतर्रार पुलिसकर्मी) बनना चाहता है। सीबीआई की मनोवैज्ञानिक जांच के तरीके देख छात्र कभी आश्चर्य चकित होता तो कभी जांच उपकरणों के बारे में ही पूछताछ करने लगता। तीन दिन की रिमांड पर सीबीआई अधिकारियों के साथ रहे छात्र को उनकी कार्यशैली इतनी अच्छी लगी कि वह उनके साथ ही रहने की जिद करने लगा। शनिवार को न्यायालय ऑब्जर्वेशन होम के लिए निकले अधिकारियों से छात्र ने जिद की कि अंकल उसे वहां न ले जाकर अपने साथ ही ले जाएं। वह भी उनकी तरह कॉप बनकर मिस्ट्री (रहस्य) सुलझाएगा। गुरुग्राम से फरीदाबाद के रास्ते में छात्र ने खाना खाने की इच्छा जताई। सीबीआई अधिकारियों को वाहन रुकवा कर उसे भोजन भी करा दिया।
सीसीटीवी में दिखा आरोपी छात्र
इधर,सीबीआई ने शनिवार को प्रद्युम्न हत्याकांड में रायन स्कूल में अपराध किस तरह किया गया इसे डमी की मदद से दोहराकर देखा। सीबीआई इस मामले में पुख्ता सबूत होने का दावा करते हुए अपने रुख पर कायम है। सीबीआई के पास एक सीसीटीवी फुटेज है। जिसकी आठ सेकेंड की फुटेज में आरोपी छात्र नजर आ रहा है। इसी को आधार बनाकर सीबीआई अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। 8 सितंबर को भोंडसी स्थित रायन इंटरनेशनल स्कूल में प्रद्युम्न की हत्या टॉयलेट के बाहर हुई थी। पहले गुरुग्राम पुलिस ने सुलझाने का दावा किया था और बस कंडक्टर अशोक को गिरफ्तार किया था, लेकिन सीबीआई के पास ये मामला आने पर एजेंसी ने उसी स्कूल के 11वीं कक्षा के छात्र को हिरासत में लिया है। सीबीआई ने जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने भी आरोपी छात्र की और रिमांड की मांग नहीं की। बोर्ड ने उसे 22 नवंबर तक के लिए फरीदाबाद के बाल सुधार गृह में भेज दिया है। अब सीबीआई इस मामले में सीबीआई एक और छात्र की भूमिका की जांच कर रही है। सीबीआई के पास जांच आने के बाद नए सिरे से जांच शुरू की थी और सभी पहलुओं को जांच करते हुए हत्या के कारण ढूंढने में लगी रही। इसमें सबसे मुख्य आधार पुलिस द्वारा दिया धुंधला सीसीटीवी फुटेज बना।
पुुलिस ने धुंधला सीसीटीवी होने के कारण इसे जांच में शामिल नहीं किया था। गुरुग्राम पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखा तो लेकिन 8 सेकेंड के वीडियो को नजरअंदाज कर दिया। इस सीसीटीवी फुटेज में आरोपी छात्र प्रद्युम्न को बुलाता और उसके पास जाता हुआ दिख रहा था, फिर वह पद्युम्न के कंधे पर हाथ रख देता है। इस फुटेज को गुरुग्राम पुलिस देख नहीं पाई। इतना ही नहीं आरोपी छात्र ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि उसने प्रद्युम्न को जख्मी हालत में देखा, लेकिन सीबीआई ने उसी आठ सेकेंड की फुटेज के आधार पर सीबीआई को आरोपी छात्र पर शक हआ था। इसके बाद फुटेज को साफ करने के लिए लैब भेजा गया। जिसके बाद कुछ स्थिति साफ हुई और उसके बाद सीबीआई ने चार बार छात्र को बुलाकर बयान लिए और अंत में मंगलवार देर रात हिरासत में ले लिया। सीबीआई की टीम आरोपी छात्र को शनिवार को भोंडसी स्थित रायन इंटरनेशनल स्कूल पहुंची। सीबीआई ने चार घंटे तक प्रद्युम्न हत्याकांड से जुड़े मामलों को ध्यान में रखते हुए क्राइम सीन को दोहराया। टीम पांच गाड़ियों में थी। इसमें 15 अधिकारी शामिल थे। इस दौरान उनके साथ आरोपी छात्र भी मौजूद रहा। माली हरपाल भी मौजूद रहा। माली हरपाल ही वह शख्स है, जिसने प्रद्युम्न को सबसे पहले खून से लथपथ देखा था। टीम के 12 बजे स्कूल पहुंचने से पहले यहां शिक्षकों व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को बुलवाया गया था। टीम में फोरेंसिक एक्सपर्ट भी शामिल थे। टीम को सीन री-क्रिएट करने के लिए एक छोटे छात्र की आवश्यता थी, लेकिन अभिभावकों द्वारा अनुमति नहीं देने के चलते टीम ने सीन के लिए टेडी बियर का सहारा लिया। सूत्रों ने बताया कि टेडी बियर को छात्र प्रद्युम्न की डमी के तौर पर प्रयोग में लाया गया है।