पटना, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपने बेटे को राजनीतिक विरासत सौंपने का आधिकारिक एलान कर दिया। तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए उन्होंने साफ कर दिया कि बिहार का अगला विधानसभा चुनाव उनके बेटे तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। लालू ने तेजस्वी यादव को 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार अभी से घोषित कर दिया। उन्होंने यह बात ऐसे वक्त में कही है, जब उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ सदस्य अब्दुल बारी सिद्दीकी और रघुवंश प्रसाद कह चुके हैं कि अगले चुनाव में पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। अभी 9 नवंबर को ही 28 साल के हुए तेजस्वी बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। लालू ने तेजस्वी के काम की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी मेरा बेटा है, सिर्फ इसलिए उनके नाम का एलान नहीं किया है, बल्कि इसलिए एलान किया है कि तेजस्वी में समाज सेवा करने का जुनून है। लालू ने तेजस्वी की राजनीतिक क्षमता पर खुशी जताते हुए उन्हें लोकप्रिय नेता बताया। उन्होंने कहा कि अब युवाओं का जमाना है। राजनीति में युवाओं को आगे लाना होगा। इसके पूर्व राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने भी तेजस्वी को क्षमतावान और ऊर्जावान बताते हुए कहा था कि वर्ष 2020 का विधानसभा चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। इसके बाद ही राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा था कि लालू प्रसाद की सलाह से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर फैसला लिया जाएगा और यह फैसला चुनाव से पहले लिया जाएगा।
लालू ने तेजस्वी को सौंपी राजनीतिक विरासत,घोषित किया मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार
