रायपुर, जीएसटी रिटर्न जमा करने में कोताही बरतने वाले पचास हजार से अधिक कारोबारियों को वाणिज्यिक कर विभाग का नोटिस मिलने से हड़कंप मच गया है। कारोबारियों का कहना है, अफसर उस पर रिटर्न जमा कराने दबाव बना रहे हैं। जबकि केन्द्र सरकार ने डेढ़ करोड़ से कम टर्नओवर वाले कारोबारियों के लिए हर माह रिटर्न जमा करने की बाध्यता जारी कर दी है। विभागीय अफसरों ने सितंबर में ही रिटर्न जमा नहीं करने वाले कारोबारियों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी थी।
जीएसटी की जटिलता में उलझे व्यापारी सितंबर का रिटर्न दाखिल करने में पिछड़ गये थे। विभागीय सूत्रों के मुताबिक जुलाई में 75 फीसदी रिटर्न का आंकड़ा सितंबर में पिछड़कर 55 फीसदी पर आ गया था। रिटर्न में कमी केवल प्रदेश ही नहीं, देश भर में हुई थी, जिसके बाद केन्द्र सरकार ने राज्य से कहा है कि वह सर्वे कर व्यापारियों से यह जानकारी हासिल करे कि जीएसटी पंजीयन कराने के बाद भी व्यापारियों ने रिटर्न क्यों फाइल नहीं किया गया। इसके बाद से विभाग अपनी तैयारियों में जुट गया था और रिटर्न दाखिल नहीं करने वाले कारोबारियों की सूची तैयार कर ली थी। हाल ही में ऐसे कारोबारियों को विभाग ने नोटिस देकर रिटर्न जमा करने कहा है। इस दौरान कारोबारियों को यह चेतावनी भी दी गई थी कि अगर रिटर्न जमा नहीं करते, तो उन पर जुर्माना किया जायेगा।