राजकोट,सौराष्ट्र की हाईप्रोफाइल सीट मानी जाती राजकोट जिले के गोंडल सीट पर चतुष्कोणीय मुकाबला होगा. भाजपा और कांग्रेस ने फिलहाल गोंडल से उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया. जबकि एनसीपी और आप के उम्मीदवार घोषित हो गए हैं पर इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के वोटों का बंटवारा होना तय है. हांलाकि गोंडल सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा. करीब 80 हजार से ज्यादा पाटीदार मतदाताओं वाली गोंडल सीट पर स्व. पोपटभाई सोरठिया के बाद क्षत्रिय विधायक का दबदबा रहा है. पहली बार रीबडा के महिपतसिंह जाडेजा दो अवधि और बाद में भाजपा के जयराजसिंह जाडेजा के तीन दफा चुने जाने से गोंडल क्षत्रियों की परंपरागत सीट बनी हुई है. वर्ष 2012 के चुनाव में भाजपा के जयराजसिंह जाडेजा के खिलाफ पूर्व गृहमंत्री और जीपीपी के गोरधन झडफिया के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था. पाटीदार बहुल क्षेत्र होने के बावजूद गोरधन झडफिया को गोंडल में करारी शिकस्त मिली थी. लेकिन अब हालात बदल चुके हैं. नीलेश रैयाणी हत्या केस में हाईकोर्ट द्वारा जयराजसिंह को दोषी करार दिए जाने से उनके चुनाव लड़ने पर रोक लग गई है. ऐसे गोंडल शहर तहसील भाजपा द्वारा जयराजसिंह की पत्नी गीता के लिए दावेदारी की गई है. पाटीदार अग्रणी रमेशभाई धडूक और यार्ड के चेयरमेन जयंतीभाई ढोल के नाम की चर्चा चल रही है| हांलाकि रमेश धडूक ने चुनाव लडने से इंकार करदिया है. जबकि जयंतीभाई ढोल और जयराजसिंह के अच्छे संबंध है, जिसकी वजह से उन्होंने भी गीता बा की दावेदारी का समर्थन किया है.