गुरुग्राम, पिछले महिनों देश का दिल दहला देने वाली रायन इंटरनैशनल स्कूल के प्रद्युम्न मर्डर की घटना में अब नया खुलासा हो गया है। इस खुलासे जहां पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए है। सीबीआई के खुलासे के बाद पूरा मामला बदल चुका है। सीबीआई ने कहा है कि प्रद्युम्न की हत्या स्कूल के ही 11वीं के छात्रा ने की हैं उसने इसे कबूल भी कर लिया है। हरियाणा पुलिस जब इस मामले की जांच कर रही थी तब स्कूल बस के कंडक्टर को इस हत्याकांड का आरोपी बताकर गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई की दूसरी थ्यौरी सामने आने के बाद हरियाणा पुलिस कंडक्टर की गिरफ्तारी पर कोई जवाब नहीं दे पा रही है।पुलिस पर प्रद्युम्न केस में राजनीतिक दबाव के तहत काम करने के आरोप भी लग रहे हैं। हालांकि गुरुवार को प्रेस के सामने आए गुड़गांव आईजी ने इन आरोपों को खारिज किया है।आईजी का कहना है कि पुलिस पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं था।आईजी ने कहा कि गुड़गांव पुलिस ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए पूरी ईमानदारी से कोशिश की।
पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए आईजी ने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली का बचाव करते हुए कहा हैं कि अब तक अपनी जांच खत्म नहीं की थी। उनके मुताबिक किसी पर भी हत्या का आरोप नहीं लगाया गया था क्योंकि पुलिस फिलहाल इस मामले में चार्जशीट दाखिल करने से काफी दूर थी। आईजी ने कहा कि जांच के शुरुआती दौर में ही यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया। कंडक्टर की गिरफ्तारी से जुड़े सवालों पर फिलहाल गुड़गांव पुलिस असहज नजर आ रही है। गुड़गांव के आईजी का कहना है कि पुलिस जांच की अपनी प्रक्रिया होती है। उसी प्रक्रिया के तहत सबूत इकट्ठे किए जा रहे थे। उन्होंने कंडक्टर की गिरफ्तारी को एक गलती मानने से इनकार किया।आईजी ने कहा कि जांच भले ही सीबीआई को सौंप दी गई है लेकिन यह अबतक पूरी नहीं हुई है।
गौरतलब है कि रायन स्कूल से प्रद्युम्न की लाश बरामद होने के बाद गुड़गांव पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की थी। पुलिस ने स्कूल के कंडक्टर को आरोपी के तौर पर पेश कर तुरंत इस केस को सुलझाने का दावा भी किया था। पुलिस के सामने कंडक्टर ने अपना जुर्म भी कबूला था। बाद में परिजनों की मांग पर इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई।सीबीआई ने पुलिस की थिअरी को उलटते हुए स्कूल के छात्र को मर्डर का आरोपी बना दिया। इसके बाद से ही गुड़गांव पुलिस इस मामले में सवालों के घेरे में है।