सीधी,अपर कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डी.पी. वर्मन ने बताया कि जिला पंचायत में पदस्थ स्वच्छ भारत मिशन की जिला समन्वयक सुचिता सिंह द्वारा फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाने पर उनकी संविदा सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।
इसकी शिकायत लोकायुक्त कार्यालय में की गई थी जिसकी जॉच लोकायुक्त कार्यालय द्वारा कराई गई जिसमें तथ्य सही पाये जाने के उपरांत राज्य कार्यक्रम अधिकारी राज्य स्वच्छ भारत मिशन द्वारा सुचिता सिंह को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया जाकर 24 अक्टूबर को सुनवाई हेतु आहुत कर उत्तर प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया था। उन्होंने स्वीकार किया कि शा.कन्या.महाविद्यालय रीवा में नियमित अध्ययनरत होकर वर्ष 2009 में बी.काम फाइनल से 2011 में उत्तीर्ण तथा एम.एस. डब्लू 2013 में उत्तीर्ण किया उन्होने मा वैजनती एजुकेशन सोसायटी नागौद संस्था में 10 जुलाई 2010 से 08.08.2013 तक लगातार योजना प्रबंधन के पद पर कार्य करने का अनुभव प्रमाण पत्र संलग्न किया गया है उनके द्वारा स्नातक एवं एम.एस.डब्लू के साथ साथ मॉ बैजनती एजुकेशन सोसायटी नागौद में कार्य किया गया। एक साथ दोनो कार्य किया जाना संभव नही है। इस प्रकार संविदा की शर्त क्र.2 का उलंघन किये जाने एवं अनुभव प्रमाण पत्र फर्जी होने से संविदा सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जा कर किया गया अनुबंध निरस्त कर दिया गया है।