उज्जैन, भोपाल में हुए गैंगरेप मामले में पुलिस की लापरवाही का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उज्जैन में फिर लापरवाही उजागर हुई है। पुलिस ने पहले तो मामला दर्ज नहीं किया और महिला को वापस स्टेशन पर छोड़ दिया। आला अधिकारियों को जब पता चला तो उन्होंने इस मामले में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और दो टीआई को नोटिस जारी कर दिया।
अशोकनगर निवासी एक महिला अपनी मासूम बेटी के साथ महाकाल दर्शन के लिए आई थी। दर्शन के बाद वह रात 12:30 बजे रेलवे स्टेशन जा रही थी। स्टेशन के सामने एक युवक ने उसे जबरदस्ती बाइक पर बैठा लिया। गाड़ी चलाते ही महिला अपनी बच्ची सहित कूद गई। शोर मचाने पर आरोपी फरार हो गया। राहगीरों ने डायल-100 को सूचना दी, जिस पर नीलगंगा और देवासगेट की एफआरवी मौके पर पहुंची और उन्हें देवासगेट थाने लाई। थाने में न तो रिपोर्ट लिखी गई और न ही मेडिकल कराया गया। थाने के स्टॉफ ने पीडि़ता को महिला थाने भिजवा दिया, जहां से उसे वापस रेलवे स्टेशन छोड़ दिया गया।
बयान
मामले की जानकारी के बाद थाने वालों की लापरवाही सामने आने पर दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। महिला थाना टीआई रेखा वर्मा तथा नीलगंगा थाना प्रभारी अखिलेश वर्मा को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा है।
– सचिन अतुलकर, एसपी