मुरैना,विगत दिनों ब्यूटीशियन सावित्री तोमर की हत्या कर लाश करहधाम रोड पर शेरपुर की पुलिया के पास मिली थी,इस मामले में घटना को अंजाम देने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि हत्या की सुपारी देने वाला उसका पति कल्ला उर्फ धीरेन्द्र फरार है। पुलिस द्वारा कल्ला की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 1 नवम्बर को नूराबाद थाना पुलिस ने करहधाम रोड शेरपुर की पुलिया के पास से एक युवती की लाश बरामद की, जो पटी गली में ब्यूटी पार्लर चलाने वाली सावित्री तोमर पत्नी धीरेन्द्र सिंह तोमर 35 वर्ष निवासी जतवार का पुरा हाल पटी गली मुरैना की निकली। पहचान होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच पडताल कर अपने मुखबिर फैलायें। पुलिस द्वारा की गई जांच में यह बात सामने आई थी कि 31 अक्टूबर को एक अधेड उम्र की महिला के साथ सावित्री को देखा गया। लोगों से पूछताछ में यह भी पता चला कि अधेड महिला द्वारा शादी में मेकअप करने के लिये बुकिंग की गई थी। पुलिस ने इस हत्या के मामले में मुकेश रजक उर्फ पिंकी निवासी जौरी, रामनिवास जाटव निवासी सिंघल बस्ती, मस्ताना उर्फ ब्रजेश जाटव निवासी जतवार का पुरा व रामनिवास की मां पुष्पा को पकडकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार किया। आरोपियों तक पहुंचने के लिये पुलिस को सबसे पहले बुलेरो गाडी के चालक कमलेश कुशवाह निवासी सिद्धपूठ जौरी को उसके घर से पकडा और उसने पूरा घटनाक्रम पुलिस को बताया। कमलेश के मुताबिक 13 अक्टूबर को मुकेश रजक उर्फ पिंकी, रामनिवास, मस्ताना उर्फ ब्रजेश ने टैक्सी स्टेण्ड मुरैना पर शराब पी और इस बीच सावित्री का पति कल्ला उर्फ धीरेन्द्र वहां आया और उसने कहा कि उसे अपनी पत्नी की हत्या कराना है, उसके बहुत लोगों से अवैध संबंध है तथा मेरी बदनामी हो रही है। कल्ला ने उक्त आरोपियों को 50 हजार रूपये देने का बायदा किया तथा 10 हजार रूपये एडवांस भी दिये और फिर सावित्री की हत्या का प्लान बनाया। आरोपी रामनिवास ने अपनी मां पुष्पा को 15 अक्टूबर के दिन सावित्री के यहां भेजकर 31 अक्टूबर को मेकअप की बुकिंग कराने भेज दिया। प्लान के मुताबिक 31 अक्टूबर की दोपहर 1 बजे रामनिवास अपने साथियों व मां के साथ सफेद रंग की बुलेरो से पीपल वली माता के पास आया। गाडी को खडा कर पुष्पा को सावित्री को लाने भेज दिया। सावित्री को लेकर उक्त आरोपी बैरियर चौराहा पर पहुंचे और वहां से कोल्डड्रिंक ले आये तथा उसमें नींद की गोलियां मिलकर सावित्री को पिला दी। आरोपी टोल से बचते हुए गाडी को नहर के रास्ते से बानमोर, बानमोर होते हुए घाटीगांव हाईवे पर पहुंचे और वहां कुछ देर रूककर रात होने का इंतजार करने लगे। इसके बाद आरोपी वापस झांसी रोड होते हुए गोले के मंदिर से मालनपुर व रिठौरा रोड से बिचौला के पास पहुंचे। सुनसान स्थान पर रामनिवास ने मां पुष्पा को गाडी से नीचे उतार दिया और उसके बाद मस्ताना ने उसके गले में लोहे का तार डाल दिया एवं मुकेश ने दोनों हाथ पकड लिये। रामनिवास ने मारने से पूर्व कल्ला को फोन लगाया और सावित्री की चीख सुनाने के लिये उसे चालू रखा तथा एक झटके में सावित्री का काम तमाम कर दिया। काम खत्म होने पर पुष्पा को आरोपियों ने बिचौला में छोड दिया तथा उक्त 4 लोग टेकरी होते हुए सुमावली करहधाम रोड पर पहुंचे और शेरपुर की पुलिया के पास सावित्री की लाश को फेंककर मुरैना निकल आये। पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया गया है तथा सुपारी देने वाले पति की तलाश की जा रही है।
पुलिस को गुमराह करने कल्ला पहुंचा झांसी
सावित्री की हत्या के लिये उसके पति कल्ला ने पूरी प्लानिंग बना रखी थी तथा 30 अक्टूबर को कल्ला ने आरोपियों से टैक्सी स्टेण्ड पर कल्ला से मुलाकात की। यहां कल्ला ने कहा कि मैं कल झांसी के लिये निकल जाऊॅगा, जिससे किसी को मुझ पर शक ना हो। मैं बाहर रहूंगा तो पुलिस को भी मेरे ऊपर कोई शक नही होगा, तुम कल सावित्री को ठिकाने लगा देना और उससे पहले सावित्री से बात कराना तथा मारते समय फोन चालू रखना, मुझे उसके मरते समय उसकी चीख सुनना है, तभी तुमे बकाया रूपये दूंगा।