भोपाल,राजधानी के राजा भोज एयरपोर्ट पर उस समय हड़कंप मच गया जब एक महिका यात्री के बैग से ज़िंदा कारतूस बरामद किये गए। सुचना पाकर तत्काल सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हुईं। युवती एयर इंडिया की फ्लाइट से मुंबई जा रही थी। कुछ दिनों पहले भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था जब राजगढ़ यातायात टीआई के बैग से जिन्दा कारतूस मिले थे।
मिली जानकारी के अनुसार एयर इंडिया फ्लाइट से भोपाल से मुंबई जा रही श्वेता माने नामक युवती के बैग से चार जिंदा कारतूस मंगलवार सुबह बरामद हुए है। सीआईएसएफ सुरक्षा कर्मचारियों ने फ्लाइट पर चढ़ने से पहले श्वेता के बैग की चैकिंग की, तभी उसके बैग से जिंदा कारतूस बरामद हुए।
इसके बाद सीआईएसएफ द्वारा श्वेता माने को गांधी नगर पुलिस को सौंपा गया। पूछताछ में श्वेता माने ने पुलिस को बताया कि उसके नाना पुलिस अधिकारी थे। उन्हीं का जिंदा कारतूस बैग में गलती से रख गया था।
पुलिस अफसरों ने आगे बताया कि मूलत: मुंबई निवासी श्वेता माने बीते दिनों अपनी मां के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए बैरागढ़ आई हुई थी। श्वेता आज मंगलवार को ट्रेन से मुंबई लौटने वाली थी, लेकिन उसे ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं मिल पाया था। मुंबई पहुंचने के लिए श्वेता ने एयर इंडिया की फ्लाइट में बुकिंग करवाई थी। अधिकारियो ने आगे बताया कि श्वेता के नाना गोवा में पुलिस अधिकारी से रिटायर हुए थे। पिछले वर्ष उनकी मौत हुई थी। श्वेता ने अपने दर्ज कराए गए बयान में कहा है कि बैग से बरामद हुए 0.2 बोर के चार जिंदा कारतूस उसके नाना के हैं। यह कारतूस उनके परिवार को नाना के रिटायरमेंट के बाद आनर के रूप में सरकार द्वारा दिए गए थे। पुलिस ने लाइसेंस के बिना बैग में जिंदा कारतूस रखकर घूमने के आरोप में श्वेता के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। शुरूआती कार्यवाही के बाद श्वेता को जिला अदालत में पेश किया गया।
कई मामले आ चुके हैं सामने
एयरपोर्ट पर जांच के दौरान बैग में जिंदा कारतूस मिलने का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें कभी महिला तो कभी पुरुष के बैग से एयरपोर्ट पर जांच के दौरान कारतूस मिले हैं। पुलिस विभाग या सरकारी अधिकारियों के बैग में ही अक्सर ये कारतूस नजर आते हैं। जुलाई में ही राजगढ़ यातायात टीआई अनिल बावनिया के बैग से भी कारतूस मिले थे। जब वह एयरपोर्ट पर पहुंचे तो जांच के दौरान उनके बैग से जिंदा कारतूस मिले। एयरपोर्ट प्रबंधन ने कड़ी पूछताछ के बाद टीआई को गांधी नगर पुलिस के हवाले कर दिया था। जहां उन्होंने बताया था कि वो सरकारी कारतूस है। अक्सर एयरपोर्ट पर ऐसे मामले देखे जाते हैं। लोग हवाई यात्रा से पहले बैग या पैकेट से कारतूस निकालना भूल जाते हैं और उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।