काकामिघारा,भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ पूरे देश के लिए रविवार का दिन एक ऐतिहासिक दिन बन गया। भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशिया कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में चीन को 5-4 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने विश्व कप 2018 के लिए भी क्वॉलिफाई कर लिया है। इस खिताबी मुकाबले का फैसला शूटआउट से हुआ। इससे पहले मैच का निर्धारित समय खत्म होने पर दोनों टीमें 1-1 से बराबर थीं। भारतीय महिला टीम का यह दूसरा एशिया कप खिताब है। इससे पहले भारत ने 2004 में इस प्रतिष्ठित खिताब को अपने नाम किया था जब उसने जापान को 1-0 से मात दी थी। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने 2009 में इस टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में चीन से मिली हार का बदला भी चुका लिया।
रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में भारत और चीन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। दोनों ही टीमों ने फाइनल टाइम तक स्कोर 1-1 से बराबर रखा। रिजल्ट के लिए मैच शूटआउट तक पहुंचा। भारतीय महिलाओं ने यहां बढ़िया संयोजन और सही रणनीति के साथ खेलते हुए 5-4 से जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम कर लिया। इससे पहले नवजोत कौर ने पहले हाफ में मैदानी गोल से टीम इंडिया को 1-0 से बढ़त दिलाई। नवजोत ने 25वें मिनट में शानदार गोल किया। हाफ टाइम तक स्कोर भारतीय टीम के पक्ष में था लेकिन 47वें मिनट में तिआनतिआन लुओ ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। फिर मैच के बाकी बचे हुए समय में कोई भी टीम गोल नही कर पाई। रिजल्ट के लिए शूटआउट तक मैच पहुंचा। एक समय दोनों टीमें शूटआउट में 4-4 से बराबर थीं, लेकिन सडन डेथ में रानी ने गोल कर दिया और स्कोर 5-4 हो गया। इससे पहले सेमीफाइनल में गुरजीत कौर की हैट-ट्रिक के साथ ही कजाकिस्तान को मात देकर भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशिया कप टूर्नामेंट-2017 के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।